चर्चा में 2 फीट की 2 गायें दुर्लभ है प्रजाति दूर-दूर से देखने आ रहे लोग

Punganur Cow: पुंगनूर गायें सामान्य गायों की तुलना में बहुत छोटी होती हैं. यह एक दुर्लभ प्रजाति की गाय है. इसका नाम आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के शहर पुंगनूर पर रखा गया है.इस गाय का अधिकतम वजन 105 से 200 किलोग्राम तक होता है.

चर्चा में 2 फीट की 2 गायें दुर्लभ है प्रजाति दूर-दूर से देखने आ रहे लोग
नूंह. हरियाणा के नूंह में दुनिया भर में संरक्षण प्राप्त पुंगनूर नस्ल की गाय चर्चा में केंद्र बन गई है. गायों का एक जोड़ा तावड़ू लाया है और अब इसे देखने के लिए लोक पहुंच रहे हैं. दरअसल, पुंगनूर नस्ल की गाय की हाइट मात्र 22 इंच है. तावड़ू नगर में रहने वाले राजेश जिंदल ने बताया कि उन्होंने  कुछ दिन पहले ही फेसबुक पर एक पोस्ट देखी थी और इस में डेढ़ फुट से दो फुट के गोवंश थे. पोस्ट में दावा किया गया था कि यह दुनिया की सबसे अद्भुत नस्ल की गोवंश है और इसकी लंबाई अधिक से अधिक दो फीट होती है. इस पर मन में जिज्ञासा बढ़ी तो गूगल और यूट्यूब के माध्यम से पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लुप्त होने की कगार पर पुंगनूर गोवंश प्रजाति को बचाने की अपील कर चुके हैं. इसके बाद, उन्होंने पुंगनूर नस्ल के गौवंश को घर पालने का प्रण लिया. फिर एक साथी को लेकर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में पहुंचे और यहां पर एक गांव में चल रही डॉ. कृष्णम राजू का नाड़ापात गौशाला में उन्हें एक बेहद अद्भुत नस्ल के गोवंश मिला. उन्होंने बताया कि गाय के जोड़े को उन्होंने छह लाख रुपये में खरीदा है. हरियाणा के नूंह में एक परिवार ने दो गायें खरीदीं हैं. राजेश जिंदल का दावा है कि प्रदेश में यह पहला मामला है, जो पुंगनूर नस्ल के गोवंश लाए गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी इनकी उम्र 19 महीने हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार शाम भी रेवाड़ी गोकुलपुरा धाम के महंत धीरज गिरी महाराज, पूर्व राज्य मंत्री कुंवर संजय सिंह, मनोनीत पार्षद सतपाल सहरावत सहित नगर के सैंकड़ों लोग इस गोवंश के दर्शन कर चुके हैं. महंत धीरज गिरी महाराज ने तो अपने लिए भी इसी प्रजाति के दो गोवंश लाने की मांग की है. इसलिए पालते हैं लोग गौतरलब है कि गोवंश की यह नस्ल शारीरिक रूप से बेहद छोटी होती है और यह विलुप्त होने की कगार पर है. ये गाय छोटे कद और अपने दूध के गुणों के चलते बेहद प्रसिद्ध है. पुंगनूर गाय उन चुनिंदा गाय में से एक है, जिसका मूत्र और गोबर बेचकर भी पैसे कमाए जा सकते हैं. पुंगनूर गाय अपने छोटे कद और अपने दूध के गुणों के चलते बेहद प्रसिद्ध है और नगर में लाए गए गोवंश का यह जोड़ा भी पूर्ण रूप से विकसित है. Tags: Cow Rescue OperationFIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 12:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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