2 साल की उम्र से सूरज के जीवन में है अंधेरा मगर रोशनी की तलाश में एक पांव पर हर रोज जाता है स्कूल

जमुई. शारीरिक अपंगता को पीछे छोड़ कुछ कर गुजरने की हिम्मत बहुत कम ही लोगों में होती है. ऐसा ही एक गरीब परिवार का 17 साल का लड़का है सूरज. सूरज अपनी जिंदगी में उजाला ले आने के लिए पढ़ने के जिद पर अड़ा है. बचपन में ही एक पैर और एक हाथ गवां चुका यह छात्र; शिक्षक बनना चाहता है. यही कारण है के एक पैर से स्कूल जाता है और बाएं हाथ से कलम पकड़ पढ़ाई करता है. जमुई के सिकंदरा इलाके के गौहर नगर गांव का सूरज होनहार और पढ़ने-लिखने का लगनशील छात्र है. एक पैर और एक हाथ से अपनी जिंदगी संवारने में जुटा है. (फोटो- केसी कुंदन)

2 साल की उम्र से सूरज के जीवन में है अंधेरा मगर रोशनी की तलाश में एक पांव पर हर रोज जाता है स्कूल