प्रेमानंद महाराज से जानिए व्रत रखने के नियम कैसे प्रसन्न होते हैं आराध्य

Premanand Maharaj on Fasting Rules: प्रेमानंद महाराज ने बताया कि व्रत अगर कोई व्यक्ति रख रहा है, तो उसे अपने खान-पान पर संतुलन रखना चाहिए. व्रत रखने का मतलब यह नहीं है कि व्रत में लगातार खाते रहना चाहिए. उपवास रखने के नियम सख्त हैं. नित्य क्रिया करने के बाद ही व्रत शुरू करने चाहिए. दोपहर 12 बजे के बाद भगवान को चरणामृत ग्रहण करना चाहिए. 

प्रेमानंद महाराज से जानिए व्रत रखने के नियम कैसे प्रसन्न होते हैं आराध्य