अल-जवाहिरी की मौत के बाद कौन बनेगा अल-कायदा का चीफ इन नामों पर हो रही है चर्चा
अल-जवाहिरी की मौत के बाद कौन बनेगा अल-कायदा का चीफ इन नामों पर हो रही है चर्चा
New Leader of al-Qaeda: साल 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था. और अब 11 साल बाद ज़वाहिरी को भी ढेर कर दिया गया. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक कई नाम अलकायदा का चीफ बनने की रेस में है. आईए एक नज़र डालते हैं इन नामों पर...
हाइलाइट्स71 साल के जवाहिरी पर हेलफायर मिसाइलों से हमला किया गया लादेन के बाद जवाहिरी ने अलकायदा को फिर से संगठित करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमलों की साजिश अल-ज़वाहिरी और ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी
नई दिल्ली. आखिरकार 21 साल के लंबे इंतज़ार के बाद अमेरिका ने 9/11 को हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार को अल-कायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को मौत के घाट उतार दिया गया. 71 साल के जवाहिरी पर हेलफायर मिसाइलों से हमला किया गया. हक्कानी नेटवर्क के सहयोग से जवाहिरी का परिवार पिछले साल इस घर में तब रहने पहुंचा था, जब तालिबान ने अफगानिस्तान की हुकूमत अपने हाथों में ले ली थी.
अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमलों की साजिश अल-ज़वाहिरी और ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी. साल 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन को मार गिराया था. और अब 11 साल बाद ज़वाहिरी को भी ढेर कर दिया गया. लादेन के बाद जवाहिरी ने अलकायदा को फिर से संगठित करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसका नतीजा ये है कि दुनिया के कई हिस्सों में इस वक्त अल-कायदा के फ्रेंचाइजी हैं. इनमें अल-शबाब शामिल हैं जो अभी भी सोमालिया के एक बड़े हिस्से को नियंत्रित करते हैं. पश्चिम अफ्रीका में जेएनआईएम है.
अब सवाल उठता है कि लादेन और जवाहिरी के बाद अलकायदा की कमान कौन संभालेगा. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक कई नाम अलकायदा का चीफ बनने की रेस में है. आईए एक नज़र डालते हैं इन नामों पर…
सैफ अल-अदेल सैफ अल-अदेल के बारे में लोग कम जानते हैं. वो मिस्र में स्पेशल फोर्स के अधिकारी रहे हैं. साथ ही अल-कायदा के एक सीनियर सदस्य हैं. अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी की सूचना के लिए 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है. अल-अदेल पर 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या में शामिल होने का संदेह है. इसके बाद उन्होंने 1988 में अफगानिस्तान पर सोवियत के कब्जे के खिलाफ मुजाहिदीन युद्ध में शामिल होने के लिए देश छोड़ दिया.अल-अदेल को अक्सर संगठन का नंबर तीन कहा जाता है. उसने 1998 में नैरोबी और दार एस सलाम में अमेरिकी दूतावासों की बमबारी की योजना बनाने में मदद की थी. 1990 के दशक के दौरान भी, उन्होंने सूडान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अल-कायदा का ट्रेनिंग कैंप बनाया. अमेरिकी जांचकर्ताओं ने एक रिपोर्ट में कहा कि अल-अदेल का नाम 2002 में पाकिस्तान में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या से भी जुड़ा है.
यज़ीद मेबारेक यज़ीद मेबारेक को उबैदा यूसुफ अल-अनबी के नाम से भी जाना जाता है. वो एक अल्जीरियाई नागरिक है. मेबारेक ने एक्यूआईएम के लिए मीडिया ऑपरेशन चलाया. साल 2013 में वीडियो के जरिए उसने फ्रांसीसी हितों के खिलाफ हमले की अपील की थी, जब पेरिस ने माली में एक आतंकवादी विद्रोह को खत्म करने में मदद करने के लिए सेना भेजी.
अल-रहमान अल-मघरेबी संभावित उत्तराधिकारियों के बीच एक और नाम मोरक्को में जन्मे अल-रहमान अल-मघरेबी का है, जो अल-कायदा में अपनी सदस्यता के संबंध में एफबीआई द्वारा पूछताछ के लिए वांटेड है. एफबीआई ने कहा कि अफगानिस्तान जाने से पहले उन्होंने जर्मनी में सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग का अध्ययन किया, जहां उन्हें अल कायदा के मुख्य मीडिया विंग के प्रबंधन के लिए चुना गया था. बिन लादेन को मारने वाले ऑपरेशन में बरामद दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि अल-मघरेबी कई वर्षों से समूह में एक स्टार था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: Al Qaeda terrorist organization, Al-QaedaFIRST PUBLISHED : August 04, 2022, 08:06 IST