जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में अफजल गुरु एक बड़ा मुद्दा बन गया है. पीडीपी पहले से उसे शहीद बताती रही है, तो नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी चंद दिनों पहले उसे फांसी दिए जाने पर सवाल उठाए. अब JDU की जम्मू कश्मीर विंग के नेता जीएम शाहीन ने अफजल गुरु को इनोसेंट बता दिया. यहां तक कह डाला कि अगर वह एसपी को 1-2 लाख दे देता फांसी नहीं होती.
अफजल गुरु 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले का दोषी था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 9 फरवरी 2013 की सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में उसे फांसी पर लटका दिया गया था. जांच एजेंसियों ने पाया था कि कश्मीर के सोपोर का रहने वाला अफजल गुरु ही संसद पर हमले का मास्टरमाइंड था. उसने ही पूरी प्लानिंग की थी. लेकिन अब 10 साल बाद जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, तब अफजल गुरु नेताओं के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है.
जेडीयू लीडर ने आखिर कहा क्या?
अब उमर अब्दुल्ला से एक कदम आगे बढ़ते हुए जनता दल यूनाइटेड जम्मू कश्मीर के प्रेसिडेंट जीएम शाहीन ने अफजल गुरु की तारीफ में कसीदे पढ़ डाले. उन्होंने कहा, अफजल गुरु इनोसेंट था. जब अफजल गुरु को फांसी दी गई तब भी मैंने इनको बोला अफजल गुरु इनोसेंट था. जिस एसपी ने उसको फंसाया, अगर अफजल गुरु ने उसको 1 या 2 लाख रुपये दे दिए होते तो उसे फांसी नहीं दी जाती. वह एसपी अब रिटायर हुआ है. उस एसपी ने अफजल गुरु को ड्रामाई अंदाज में दिल्ली भेजा था. कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर हमला करते हुए जीएम शाहीन ने कहा, जब भी इन के पास पावर आई, तब-तब इनकी आंखों पर पट्टी लग गई.
उमर अब्दुल्ला ने भी उठाया था सवाल
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने तीन दिन पहले कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि अफजल गुरु को फांसी देने से कोई उद्देश्य पूरा हुआ था. यहां तक कि तब की राज्य सरकार से भी इस मामले में पूछा नहीं गया. इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा, मैंने सुना कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जानी चाहिए थी. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए थी, तो क्या उसे माला पहनाई जानी चाहिए थी?
Tags: Jammu kashmir election 2024, JDU news, PATNA NEWSFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 18:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed