PM मोदी और वियतनामी पीएम में दिखी गजब की दोस्‍ती चीन चिढ़ेगा जरूर

वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे हैं. उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान कई ऐसी बातें कहीं, जो चीन को चुभ सकती हैं. दोनों देशों ने 9 अहम समझौतों पर दस्‍तखत भी क‍िए हैं.

PM मोदी और वियतनामी पीएम में दिखी गजब की दोस्‍ती चीन चिढ़ेगा जरूर
6 बार गले मिले, 10 बार हाथ मिलाया और 9 अहम समझौतों पर हस्‍ताक्षर…पीएम नरेंद्र मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह के बीच इस गर्मजोशी को देखकर चीन की परेशानी बढ़नी तय है. क्‍योंक‍ि चीन कभी नहीं चाहता क‍ि वियतनाम का क‍िसी और देश के सीधा रिश्ता हो. इसे लेकर वह अमेर‍िका तक से भ‍िड़ चुका है. लेकिन इस बार मामला बिल्‍कुल अलग है. लुक ईस्‍ट पॉल‍िसी के तहत भारत वियतनाम के साथ व्‍यापार और रक्षा संबंध बढ़ाने की ठान चुका है. खुद पीएम मोदी और वियतनामी पीएम ने इसका ऐलान क‍िया. दोनों देशों ने 2024-2028 के बीच र‍िश्तों को आगे ले जाने के लिए ‘मैन ऑफ एक्शन’ टैग दिया है. भारत ने वियतनाम की समुद्री सुरक्षा के निर्माण के लिए 300 मिलियन डॉलर का ऋण देने की पेशकश की. दोनों नेताओं ने कहा क‍ि वे पांच साल के अंदर अपने व्यापार और निवेश को दोगुना करना चाहते हैं. पीएम मोदी ने फाम मिन्ह चिन्ह से कहा क‍ि भारत वियतनाम को एक महत्‍वपूर्ण भागीदार मानता है. वहीं, च‍िन्‍ह ने चीन का नाम ल‍िए ब‍िना कहा, ‘दुनिया भयंकर सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रही है लेकिन सहयोग के अवसर भी हैं. एशिया इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में डेवलपमेंट की तमाम संभावनाएं हैं. हम चाहते हैं क‍ि जो कुछ भी यहां हो, वह वैश्व‍िक और बहुपक्षवाद पर आधार‍ित हो. सब मिलकर इस क्षेत्र में काम करें.’ जबक‍ि चीन नहीं चाहता क‍ि इस इलाके में क‍िसी और देश का दखल बढ़े. बार-बार इसके ल‍िए वह अमेर‍िका को चेतावनी तक देता रहता है. पड़ोसी देशों में व‍िस्‍तार करने की उसकी नीत‍ि रही है. क‍िन समझौतों पर दस्‍तखत प्रधानमंत्रियों ने कहा कि दोनों देश रक्षा, सेमीकंडक्टर और ग्रीन टेक्‍नोलॉजी, आर्टिफ‍िश‍िएल इंटेल‍िजेंसी, क्लाउड कंप्यूटिंग और ग्‍लोबल वॉर्मिंग पर सहयोग बढ़ाना चाहते हैं. इस मौके पर पीएम मोदी और च‍िन्‍ह ने वियतनाम में ‘आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क’ का उद्घाटन किया. इसे भारत की मदद से स्‍थाप‍ित क‍िया गया है, जहां वियतनामी सैनिकों को डिजिटल स्‍क‍िल की ट्रेनिंग दी जाएगी. अहमदाबाद और वियतनाम के दा नांग के बीच एक नई उड़ान सेवा शुरू करने का भी ऐलान क‍िया गया. इनडायरेक्‍ट टैक्‍स और कस्‍टम ड्यूटी पर दोनों देशों के बीच समझौता हुआ है. कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, इम्फाल-मणिपुर और वियतनाम की कृष‍ि व‍िज्ञान एकेडमी मिलकर काम करेंगे. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात होनी चाहिए वियतनाम के प्रधानमंत्री चिन्‍ह ने कहा, हमने संबंधों को मजबूत करने के ल‍िए नई रणनीत‍ि तैयार की है. हम फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के रास्‍ते भी तलाश रहे हैं. दोनों देशों को द्व‍िपक्षीय व्‍यापार बढ़ाकर 20 अरब डॉलर करना चाह‍िए. 2022 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 27% बढ़कर 14.14 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वियतनाम को भारतीय निर्यात 6.7 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि इसी अवधि में वियतनाम से भारतीय आयात 7.44 अरब डॉलर हो गया. वियतनाम को भारत लोहा और इस्पात, कपास, अनाज, मांस और मत्स्य उत्पाद, विद्युत मशीनरी और उपकरण, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, सीमेंट, रसायन और फार्मास्यूटिकल्स सप्‍लाई करता है. जबक‍ि वियतनाम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ऑर्गेनिक केमिकल, तांबा और रबर, कॉफी और चाय, मसाले, लोहा और इस्पात मंगाता है. जब भारत ने युद्धपोत और स्‍पीड बोट की ग‍िफ्ट भारत ने 2023 में वियतनाम पीपुल्स नेवी को युद्धपोत आईएनएस कृपाण ग‍िफ्ट क‍िया था.2022 में राजनाथ सिंह ने 12 हाई-स्पीड गार्ड बोट एक मित्र देश के तौर पर उपहार में दी थी. वियतनाम भारत से ब्रह्मोस मिसाइलें चाहता है, जिस पर इस बार भी बातचीत आगे बढ़ी है. आकाश से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली भी भारत वियतनाम को देने के ल‍िए तैयार है. बता दें क‍ि वियतनाम अपने 33 प्रतिशत फार्मास्युटिकल उत्पादों का आयात भारत से करता है. Tags: Breaking News, Delhi latest news, International news, PM Modi, World newsFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 17:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed