शिवाजी ने बनाई थी अपनी नौसेना समय के साथ ऐसे बदली इंडियन नेवी
शिवाजी ने बनाई थी अपनी नौसेना समय के साथ ऐसे बदली इंडियन नेवी
Indian Navy: अंग्रेजों के शासनकाल में छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना काफी मजबूत मानी जाती थी. 1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी नौसेना स्थापित करने का काम शुरू किया था. इसके लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने भिवंडी, कल्याण और पनवेल में हथियारों से लैस 20 जहाजों का निर्माण करवाया था. शिवाजी महाराज की फ्लीट में दो स्क्वाड्रन थीं. इसके साथ ही हर स्क्वाड्रन में 200 जहाज थे और सब के सब अलग-अलग तरह के थे.
हाइलाइट्स1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी नौसेना स्थापित करने का काम शुरू किया था.शिवाजी महाराज ने हथियारों से लैस 20 जहाजों का निर्माण करवाया था. शिवाजी महाराज ने जलमार्ग की सुरक्षा के लिए कई नौसैनिक अड्डों का भी निर्माण कराया था.
नई दिल्ली. इंडियन नेवी के लिए 2 सितंबर, 2022 को दो निर्णायक क्षणों के रूप में चिह्नित किया जाएगा. पहला भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का नेवी में शामिल होना और दूसरा अपने औपनिवेशिक विरासत से छुटकारा पाने के हिस्से के रूप में एक ‘स्वदेशी’ नौसैनिक ध्वज का फहराना. भारत के लिए नौसेना का महत्व आज जितना है उतना शायद पहले कभी नहीं था. समय-समय पर नेवी में कई बदलाव आए हैं.
इंडियन नेवी का 400 वर्षों का अपना गौरवशाली इतिहास है. भारतीय नौसेना की स्थापना ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1612 में की थी जिसे बाद में रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया और आजादी के बाद 1950 से इसे भारतीय नौसेना का नाम दिया गया. साल 1685 में इसका नामकरण “बंबई मेरीन” हुआ, जो 1830 तक चला. अंग्रेजों के शासनकाल में छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना काफी मजबूत मानी जाती थी. 1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी नौसेना स्थापित करने का काम शुरू किया था.
NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार 17वीं शताब्दी में जब छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन में मजबूत मराठा नौसेना ने कई विदेशी ताकतों से भारतीय जल क्षेत्र की हिफाजत की थी. उस वक्त छत्रपति शिवाजी महाराज की नौसेना हथियारों और तोपों से लैस थी और दुश्मनों पर त्वरित प्रहार करने के लिए जानी जाती थी. साल 1674 में शिवाजी महाराज ने नौसेना को स्थापित करने का काम शुरू किया था. उन्होंने मजबूत इच्छा शक्ति के साथ इसकी आधारशिला रखी थी. उस वक्त अरब, पुर्तगाली, ब्रिटिश और समुद्री लुटेरे कोंकण और गोवा के समंदर के रास्ते हिंदुस्तान में घुसने की कोशिश करना चाहते थे लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज ने समदंर की रक्षा के लिए नौसेना की ही स्थापना कर दी थी.
इसके लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने भिवंडी, कल्याण और पनवेल में हथियारों से लैस 20 जहाजों का निर्माण करवाया था. इसके निर्माण में तकरीबन एक साल का समय लगा था. इतिहास के पन्नों को पलटें तो छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रशासन में रहे कृष्णजी अनंत सभासद ने बताया था कि शिवाजी महाराज की फ्लीट में दो स्क्वाड्रन थीं. इसके साथ ही हर स्क्वाड्रन में 200 जहाज थे और सब के सब अलग-अलग तरह के थे. शिवाजी महाराज ने जलमार्ग की सुरक्षा के लिए कई नौसैनिक अड्डों का भी निर्माण कराया था.
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Tags: Chatrapati Shivaji, Indian navyFIRST PUBLISHED : September 02, 2022, 14:25 IST