महिलाओं की रामलीला: राम-रावण बनी महिलाओं के लिए बाजार में नहीं मिले कॉस्‍ट्यूम फिर

पंजाब के जीरकपुर महिलाओं की रामलीला चल रही है. जिसमें राम से लेकर रावण तक के सभी किरदार महिलाएं ही निभा रही हैं. इस दौरान बाजार में महिलाओं को किरदारों के लिए कॉस्‍ट्यूम मिलने में काफी दिक्‍कतें झेलनी पड़ीं. बाजार में पुरुष किरदारों के कॉस्‍ट्यूम पुरुषों के हिसाब से आगे-पीछे से खुले हुए थे, जिन्‍हें पहनना संभव नहीं था. जानें फिर क्‍या हुआ....

महिलाओं की रामलीला: राम-रावण बनी महिलाओं के लिए बाजार में नहीं मिले कॉस्‍ट्यूम फिर
पंजाब के जीरकपुर के पीरमुछल्‍ला ढकोली में चिनार ग्राउंड में पहली बार महिलाओं की रामलीला हो रही है. इसमें सिर्फ महिलाएं ही राम से लेकर रावण तक के किरदार निभा रही हैं. इसमें एक भी पुरुष भूमिका नहीं निभा रहा है. देश में पहली बार लाइट एंड साउंड शो के साथ बड़े मंच पर हो रही यह महिलाओं की पहली रामलीला है. जिसमें संचालन से लेकर किरदार तक 7 से 77 साल की महिलाएं निभा रही हैं. इस रामलीला की संचालक और निर्देशक एकता नागपाल न्‍यूज 18 हिंदी से बातचीत में बताती हैं कि महज 20 दिन के रिहर्सल में ये रामलीला तैयार की गई है. इतना ही नहीं इसमें सभी महिलाएं काफी पढ़ी-लिखी और कामकाजी हैं. महिलाओं की इस रामलीला में रावण का किरदार निभा रहीं रेनू चावला 46 साल की हैं और सोशल एक्टिविस्‍ट हैं. जबकि सीता बनीं माधवी 18 साल की हैं और बीटेक कर रही हैं. राम बनीं प्रतिभा सिंह 38 साल की हैं और पेशे से बैंकर हैं. महज 13 साल की जाह्नवी नागपाल अंगद और वंदना हनुमान बनी हैं. इसके अलावा जो भी किरदार हैं सभी काफी शिक्षित हैं. रामलीला को लेकर एकता नागपाल बताती हैं कि पूरी तैयारी होने के बाद इन किरदारों के कॉस्‍ट्यूम को लेकर सबसे ज्‍यादा परेशानी झेलनी पड़ी. जब वे बाजार में निकलीं तो वहां रामलीला में किरदार निभाने वाले कॉस्‍ट्यूम पुरुषों के हिसाब से थे. ये न केवल साइज में बड़े थे बल्कि काफी खुले हुए भी थे. पुरष प्रधान किरदारों जिनमें चाहे राम हो, रावण हो, नारद हनुमान हो या शिव शंकर भगवान. सभी के कपड़े ऐसे थे जिनमें शरीर काफी दिखाई देता है. ऐसे में महिलाओं के लिए ये कपड़े पहन पाना संभव नहीं था. लिहाजा कॉस्‍ट्यूम को लेकर तरकीबें सोची गईं. काफी सूझबूझ के बाद सभी महिलाओं ने बाजार से मिले कॉस्‍ट्यूम के साथ खुद से भी कपड़ों को जोड़ा. इसके लिए महिलाओं ने ऊपर से तो वही कॉस्‍ट्यूम पहने लेकिन उसके नीचे त्‍वचा से चिपकी हुई पूरी आस्‍तीन की टीशर्ट, ब्‍लाउज और पैरों में लैगिंग पहनी. ये सभी उसी रंग की चुनी गईंं जिस रंग के उनके कॉस्‍ट्यूम हैं. इसी तरह हर ड्रेस के साथ ऐसे कपड़े पहनने का आइडिया काम कर गया और रामलीला में किरदार निभा रहीं महिलाएं काफी बेहतर लगने लगीं. इससे किरदारों की वेशभूषा पर भी कोई असर नहीं पड़ा, उल्‍टा ज्‍यादा बेहतर ही हुईं. अब सभी महिलाएं उसी तरह से रामलीला में शरीर को ढके हुए कॉस्‍ट्यूम पहन रही हैं. एकता बताती हैं कि इस रामलीला को देखने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया भी बहुत अच्‍छी मिल रही हैं. न केवल लोग किरदारों की तारीफ कर रहे हैं बल्कि इसमें शामिल महिलाओं, कॉस्‍ट्यूम, लाइट एंड साउंड और रामलीला पेश करने के तरीकों की तारीफ कर रहे हैं. एकता कहती हैं कि इस रामलीला में न केवल युवा लड़कियां भाग ले रही हैं बल्कि इस रामलीला को देखने के लिए युवाओं की जबरदस्‍त भीड़ भी आ रही है. इससे युवाओं को अपने रीति रिवाजों और धार्मिक मान्‍यताओं और संस्‍कारों से जोड़ने का जो सपना है वह भी पूरा हो रहा है. Tags: Historical Ramlila, Ramlila, Ramlila LiveFIRST PUBLISHED : September 29, 2022, 21:03 IST