गंगा घाटों पर फेंके कपड़े से महिलाएं बना रही रहे झोले साफ होगी नदी
गंगा घाटों पर फेंके कपड़े से महिलाएं बना रही रहे झोले साफ होगी नदी
वाराणसी के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि अक्सर गंगा घाट पर ऐसा देखा जाता है कि महिलाएं गंगा मैया को साड़ी या अपने पहने हुए वस्त्र अर्पित करती हैं.नगर निगम के लिए इन कपड़ों का निस्तारण करना कठिन होता था.
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को स्मार्ट बनाने के साथ प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए भी नगर निगम अभियान चला रहा है. नगर निगम के इस अभियान से अब महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं. नगर निगम के पहल पर स्वयंसेवी महिलाओं की टीम सड़क और घाट पर फेंके गए पुराने कपड़ो से हैंड बैग बना रही हैं.
इन हैंड बैग्स को नगर निगम की टीम घाटों पर मुफ्त में बांट रही है ताकि प्लास्टिक के थैलियों की जगह अब कपड़ो से बने बैग का प्रयोग लोग ज्यादा से ज्यादा करें. वाराणसी के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि अक्सर गंगा घाट पर ऐसा देखा जाता है कि महिलाएं गंगा मैया को साड़ी या अपने पहने हुए वस्त्र अर्पित करती हैं.
पर्यावरण को भी फायदा
नगर निगम के लिए इन कपड़ों का निस्तारण करना कठिन होता था. इसके निस्तारण के लिए ही अब इन्ही कपड़ो से झोले तैयार कराए जा रहे हैं और उन्हें घाटों के अलावा दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर बंटवाया जा रहा है. इस झोले के इस्तेमाल से पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा और घाटों पर फेंके गए कपड़े का प्रयोग भी हो जाएगा.
दर्जनों महिलाओं को मिला रोजगार
इन सब के अलावा जो महिलाएं इन बैग्स को तैयार कर रही हैं वो इससे अच्छी खासी कमाई भी कर पाएंगी. अक्षत वर्मा ने बताया कि इस प्रयोग से महिलाओं को रोजगार का अच्छा साधन भी मिल रहा है. बता दें कि दर्जनों महिलाएं इस काम में जुटी हैं और वो हर दिन सैकड़ों हैंड बैग भी तैयार कर रही है.
Tags: Ganga river, Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 12:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed