BHU की केंद्रीय लाइब्रेरी में पढ़ सकेंगे 1500 छात्र 3 साल में हुआ कायापलट

बीएचयू के पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि छात्रों की सुविधा के मद्देनज़र कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने निर्देश पर बीएचयू के सयाजीराव गायकवाड़ केंद्रीय लाइब्रेरी की क्षमता को बढ़ाया गया है. जिसके तहत यूजीसी-एचआरडीसी केंद्र द्वारा प्रयोग किए जा रहे लाइब्रेरी के प्रथम तल को अध्ययन कक्ष में बदला गया है.  

BHU की केंद्रीय लाइब्रेरी में पढ़ सकेंगे 1500 छात्र 3 साल में हुआ कायापलट
वाराणसी. सर्व विद्या के राजधानी यानि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में यूपी की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है. इस लाइब्रेरी में 15 लाख पुस्तकों का संग्रह है. इसके अलावा 90 हजार ई बुक्स और 17 हजार शोध पत्रों के अलावा कई खास किताबों का अद्भुत कलेक्शन है. बीएचयू की इस लाइब्रेरी को अब छात्रों की सुविधा के लिए और भी खास बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि बीते 3 साल में इस लाइब्रेरी की क्षमता को दो गुना तक बढ़ाया गया है. अब इस लाइब्रेरी में एक साथ करीब 1500 छात्र बैठ कर पढ़ाई कर सकेंगे. पहले इस लाइब्रेरी में 850 छात्रों के बैठने की क्षमता थी. लेकिन साल 2021 के बाद लगातार इसकी क्षमता बढ़ाई गई है. बता दें कि हर दिन इस लाइब्रेरी में करीब 6000 से ज्यादा छात्र और प्रोफेसर अध्ययन के लिए आते हैं. तीन साल में 2 गुनी बढ़ी क्षमता बीएचयू के पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि छात्रों की सुविधा के मद्देनज़र कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने निर्देश पर बीएचयू के सयाजीराव गायकवाड़ केंद्रीय लाइब्रेरी की क्षमता को बढ़ाया गया है. जिसके तहत यूजीसी-एचआरडीसी केंद्र द्वारा प्रयोग किए जा रहे लाइब्रेरी के प्रथम तल को अध्ययन कक्ष में बदला गया है. जिससे इसकी क्षमता लगभग दोगुनी हो गई है. ब्रिटिश म्यूजियम लाइब्रेरी के तर्ज पर किया गया था तैयार पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि बीएचयू की इस लाइब्रेरी को लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम लाइब्रेरी की तर्ज पर बनाया गया है. इस लाइब्रेरी का भवन 1941 में बनकर तैयार हुआ था. हालांकि इसकी स्थापना 1917 में ही हो गई थी. इस लाइब्रेरी में छात्रों के बैठने के लिए राउंड टेबल की व्यवस्था है. Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 19:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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