शनिदेव के इस मंदिर में 23 सालों से जल रहा अखंड दीपक जानें मान्यता
शनिदेव के इस मंदिर में 23 सालों से जल रहा अखंड दीपक जानें मान्यता
ये कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है, जो दीपक हमेशा जला करते हैं, उन्हें अखंड दीप कहते हैं. दीपक को जलाने के लिए इसमें 2 दिन का तेल पहले से ही छोड़ कर रखा जाता है. जिससे किसी भी दशा में यह दीपक बुझने न पाए.
बहराइच: बहराइच शहर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित प्रसिद्ध शनि देव मंदिर, जहां हर शनिवार को श्रद्धालुओं द्वारा लगभग 2500 दीप जलाए जाते हैं, इस मंदिर में एक दीप ऐसा भी है, जो पिछले 23 सालों से लगातार जल रहा है. इस दीप में श्रद्धालु भी अपनी स्वेच्छा से तेल दान कर सकते हैं. जिसके लिए दीपक से थोड़ी दूरी पर तेल छोड़ने की व्यवस्था बनाई गई है.
कैसे जल रहा है 23 सालों से मंदिर का दीपक
ये कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है, जो दीपक हमेशा जला करते हैं, उन्हें अखंड दीप कहते हैं. दीपक को जलाने के लिए इसमें 2 दिन का तेल पहले से ही छोड़ कर रखा जाता है. जिससे किसी भी दशा में यह दीपक बुझने ना पाए. दीपक की देख-रेख साफ-सफाई बहुत ही सावधानी से की जाती है. जिसकी जिम्मेदारी पुजारी के कंधों पर है.
मंदिर की मान्यता
हर शनिवार श्रद्धालु यहां पर घी वा तेल का दीपक जलाते हैं.और फिर शनि देव भगवान की आरती पढ़ कर भक्ति में मग्न हो जाते हैं. मान्यता है कि श्रद्धालुओं की सभी मनोमनाएं यहां आकर पूरी हो जाती है.
हर शनिवार को हजारों की संख्या में जलते हैं दीपक
वैसे तो शनिवार को शनि देव मंदिर में जलने वाले दीपक का आंकलन नहीं किया जा सकता है, लेकिन फिर भी अनुमानित 2500 दीपक श्रद्धालु जलाते हैं, ऐसा नहीं है कि यह सिलसिला सिर्फ गर्मियों में होता हो इस स्थान पर हर मौसम में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा वर्ष 2001 में स्वर्गीय विमल टेकरीवाल जी द्वारा कराई गई थी,जो आज इस दुनिया में नही हैं.लेकिन उनके द्वारा जलाया गया दीपक आज भी जल रहा है.अब मन्दिर की देख रेख उनके बेटे करते हैं.मन्दिर में शनि देव भगवान के साथ साथ हनुमानजी, श्याम बाबा की भी प्रतिमा स्थापित है.
Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 07:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed