झांसी लोकसभा: मैदान में कांग्रेस 2019 में भाजपा उम्मीदवार को मिली एकतरफा जीत

लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण में 20 मई को झांसी में वोटिंग होगी. यह बीते करीब चार दशक से भाजपा का प्रभाव वाला क्षेत्र रहा है. लेकिन, यहां कांग्रेस के भी ठीकठाक वोटर्स बताए जाते हैं. कांग्रेस से पूर्व सांसद प्रदीप जैन मैदान में हैं.

झांसी लोकसभा: मैदान में कांग्रेस 2019 में भाजपा उम्मीदवार को मिली एकतरफा जीत
Jhansi Loksabha Seat: लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण में 20 मई को झांसी लोकसभा सीट पर वोटिंग होगी. बुंदेलखंड इलाके की यह सीट बीते करीब तीन दशक से भाजपा का गढ़ है. यहां पहली बार 1989 में भाजपा को जीत मिली. तब से यह भाजपा के प्रभाव वाली अहम सीट है. यहां से भाजपा की फायरब्रांड नेता रही उमा भारती 2014 में सांसद चुनी गई थीं. हालांकि, मजेदार बात यह है कि उत्तर प्रदेश में करीब-करीब हर जगह से कांग्रेस के खात्मे के बावजूद इस सीट पर उसका ठीक-ठाक प्रभाव बताया जाता है. झांसी का इतिहास देश के पहले आम चुनाव यानी 1952 से ही झांसी एक संसदीय सीट है. यहां के पहले सांसद कांग्रेस पार्टी के रघुनाथ विनायक धुलकर थे. फिर 1957, 1962 और 1971 में तीन बार सुशीला नय्यर सांसद बनीं. फिर 1971 में गोविंद दास रिछारिया और फिर 1977 में सुशीला नय्यर यहां से सांसद बनीं. 1975 के आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में यहां भी कांग्रेस का सफाया हो गया. लेकिन, जनता पार्टी के टिकट पर सुशीला नय्यर ही फिर सांसद बनीं. वर्ष 1980 में विश्वनाथ शर्मा और 1984 में सुजान सिंह बुंदेला सांसद बने. 1989 में यह सीट भाजपा के कब्जे में आ गई. फिर 1991, 1996 और 1998 में यहां से भाजपा के राजेंद्र अग्निहोत्री विजयी हुए. वाजपेयी लहर में कांग्रेस जीती 1999 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केवल एक मत से गिर गई थी. फिर हुए उपचुनाव में उत्तर भारत में पार्टी को अच्छी जीत मिली थी. लेकिन, उसने झांसी सीट गंवा दी. यहां से कांग्रेस के सुजान सिंह बुंदेला विजयी हुए थे. 2004 में यह सीट सपा के खाते में गई और चंद्रपाल सिंह यादव विजयी हुए. 2009 में कांग्रेस के प्रदीप जैन आदित्य विजयी हुए. फिर लौटा भाजपा का दौर 2014 के मोदी लहर में इस सीट पर भाजपा को बड़ी जीत मिली. फायरब्रांड नेता उमा भारती यहां से संसद पहुंची. 2019 के चुनाव में अनुराग शर्मा भाजपा के टिकट पर सांसद बने. 2024 की लड़ाई 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस के खाते में गई. पार्टी ने अपने पूर्व सांसद प्रदीप जैन को मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ भाजपा के मौजूदा सांसद अनुराग शर्मा मैदान में हैं. 2019 में अनुराग शर्मा ने 3.65 लाख से अधिक वोटों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की थी. ऐसा तब हुआ था जब उस चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था. अनुराग शर्मा को करीब 8.10 लाख वोट मिले थे. 2022 का विधानसभा चुनाव इस लोकसभा में झांसी जिले की तीन और ललितपुर जिले की दो विधानसभा सीटें हैं. लेकिन, इन पांच में से किसी भी सीट पर न तो सपा और न ही कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत मिली थी. चार सीटों पर भाजपा के विधायक हैं. एक सीट मउरानीपुर सुरक्षित से अपना दल की रश्मि आर्य विधायक हैं. Tags: Jhansi lok sabha election, Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 13:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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