LHB कोच से आए 4 बदलाव जिसने बचा ली सैकड़ों की जान ICF से पूरी तरह अलग

LHB vs ICF Rail Coach: इंडियन रेलवे आधुनिक तकनीक के जरिये पूरे सिस्‍टम को दुरुस्‍त करने में जुटा है. इसके मुख्‍य रूप से दो उद्देश्‍य हैं- पहला यात्रियों को सुखद और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देना. दूसरा, ट्रेन के पूरे सिस्‍टम को सुरक्षित बनाना.

LHB कोच से आए 4 बदलाव जिसने बचा ली सैकड़ों की जान ICF से पूरी तरह अलग
नई दिल्‍ली. चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्‍सप्रेस की 5 से 6 बोगियां पलट गईं. इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्‍य घायल हो गए. चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्‍सप्रेस में LHB कोच का इस्‍तेमाल किया गया था. एलएचबी कोच की बोगियां आमतौर पर लाल रंग की होती हैं. इससे पहले ट्रेनों में ICF कोच का इस्‍तेमाल किया जाता था. LHB कोच को ICF के मुकाबले ज्‍यादा सुरक्षित और आधुनिक माना जाता है. आज के दिन अधिकांश ट्रेनों में LHB कोच का इस्‍तेमाल किया जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस वजह से ट्रेन हादसे में ज्‍यादा जनहानि नहीं होती है. ICF कोच के साथ चलने वाली ट्रेनों के दुर्घटनाग्रस्‍त होने की स्थिति में आमतौर पर ज्‍यादा जनहानि होती थी. घायलों की तादाद भी ज्‍यादा होती थी. जबसे LHB (Linke Hofmann Busch Coach) कोच का इस्‍तेमाल शुरू हुआ है, तब से ट्रेन एक्‍सीडेंट के मामलों में तुलनात्‍मक तौर पर कम जनहानि हो रही है. Tags: Indian railway, Indian Railway news, Train accidentFIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 18:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed