कैसे बना मणि पर्वत क्या है इसका रहस्य यहां भगवान राम और सीता झूलते हैं झूला

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि मणि पर्वत का इतिहास बहुत प्राचीन है. त्रेता युग के समय कहा जाता है कि जब राजा जनक अयोध्या आए थे, तो वह उपहार स्वरूप मणियों की श्रृंखला भी लेकर आए थे.

कैसे बना मणि पर्वत क्या है इसका रहस्य  यहां भगवान राम और सीता झूलते हैं झूला
अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में मठ मंदिर ही नहीं बल्कि अयोध्या प्राचीन अवशेषों से भी भारी पड़ी है. प्राचीन धरोहर में से एक मणि पर्वत का नाम आपने जरूर सुना होगा. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक ऐसी मान्यता है कि जब भगवान राम विवाह के बाद माता सीता को अयोध्या लेकर आए थे, तब राजा जनक ने महाराजा दशरथ को उपहार स्वरूप मणियों की श्रृंखला उन्हें भेंट की थी, जिसे राजा दशरथ ने अयोध्या के विद्या कुंड के पास रख दिया. राजा जनक इतने ज्यादा मणियों को लाए कि जिस जगह उनको रखा गया धीरे-धीरे करके वहां पहाड़ सा बन गया. जिसे मणि पर्वत के नाम से आज भी जाना जाता है. इतना ही नहीं मणि पर्वत का रहस्य भी काफी रोचक है. कहा जाता है कि अयोध्या के मणि पर्वत पर भगवान राम ने माता सीता के साथ सावन माह की तृतीया तिथि यानी कि  हरियाली तीज के दिन झूले का आनंद लेते थे. त्रेता युग की यह परंपरा आज भी कलयुग में चली आ रही है. हरियाली तीज के दिन मणि पर्वत पर अयोध्या के मठ मंदिरों के विग्रह उत्सव का आनंद लेने के लिए रथ पर सवार होकर अयोध्या का भ्रमण करते हुए मणि पर्वत पर पहुंचते हैं, जहां लाखों श्रद्धालु विराजमान प्रभु राम और माता सीता को झूलन पर विराजमान कर अद्भुत दर्शन करते हैं . राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि मणि पर्वत का इतिहास बहुत प्राचीन है. त्रेता युग के समय कहा जाता है कि जब राजा जनक अयोध्या आए थे, तो वह उपहार स्वरूप मणियों की श्रृंखला भी लेकर आए थे, जिसे राजा दशरथ ने विद्या कुंड के पास स्थित जनौरा गांव के पास रखवा दिया था. धीरे-धीरे वहां पर एक पहाड़ नुमा आकृति बन गई, जिसे आज मणि पर्वत के नाम से जाना जाता है. प्रत्येक वर्ष सावन माह की हरियाली तीज के दिन यहां पर लाखों की संख्या में भक्त आते हैं.  ऐसी मान्यता है की मणि पर्वत पर जो भी भक्त जाकर दर्शन पूजन करते हैं, उनको कई गुना पुण्य की प्राप्ति भी होती है. प्रतिवर्ष यहां पर सावन में झूलन उत्सव का आयोजन किया जाता है. भगवान राम माता सीता झूला झूलते हैं. धार्मिक दृष्टि से मणि पर्वत अति प्राचीन स्थान में से एक है . Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 08:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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