आंखों पर अत्याचार! कहीं आप तो नहीं कर रहे यार इतनी दूर रखें आंखों से मोबाइल

Keep Distance Between Mobile And Eyes: स्मार्टफोन लोगों के लिए जितना जरूरत बन गया है, उससे कहीं ज्यादा घातक भी. लेकिन, जानकारी न होने से लोग लगातार घंटों मोबाइल से चिपककर आंखों पर अत्याचार कर रहे हैं. ऐसे में एक्सपर्ट मोबाइल का यूज सीमित और उचित दूरी में करने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं कि मोबाइल चलाते समय आंखों से कितनी दूर रखें?

आंखों पर अत्याचार! कहीं आप तो नहीं कर रहे यार इतनी दूर रखें आंखों से मोबाइल
heKeep Distance Between Mobile And Eyes: स्मार्टफोन का इस्तेमाल लगभग हर दूसरा यूजर लगातार कर रहा है. यही वजह है कि दुनिया में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या अरबों में है, जोकि लगातार बढ़ती जा रही है. यह लोगों के लिए जितना जरूरत बन गया है, उससे कहीं ज्यादा घातक भी. लेकिन, जानकारी न होने की वजह से लोग लगातार घंटों मोबाइल से चिपककर आंखों पर अत्याचार कर रहे हैं. लंबे समय तक नजरअंदाज करने से यूजर को आईस्ट्रेन और मायोपिया का भी जोखिम बढ़ सकता है. ऐसे में एक्सपर्ट मोबाइल का यूज सीमित और उचित दूरी में करने की सलाह देते हैं. अब सवाल है कि लगातार मोबाइल आंखों के लिए कैसे घातक? मोबाइल चलाते समय आंखों से कितनी दूर रखें? इन सवालों के बारे में jharkhabar.com को जानकारी दे रहे हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज के नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक रंजन- डॉ. आलोक रंजन बताते हैं कि, स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से आंखों पर बुरा असर पड़ता है? यह जानते हुए भी लोग मोबाइल पर घंटों चिपके रहते हैं. सेहत की परवाह किए बगैर गेम खेलने से लेकर मूवी देखने का हर शौक यूजर्स स्मार्टफोन पर पूरा कर लेते हैं. दरअसल, मोबाइल से निकलने वाली रोशनी आंखों और रेटिना के लिए खतरनाक हो सकती है. क्योंकि यह कॉर्निया और लेंस द्वारा अवरुद्ध नहीं होती है, इसलिए घातक होती है. इस स्थिति में थकान, खुजली और आंखों में सूखापन, धुंधली नजर और सिरदर्द जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं. आंखों से कितनी दूर रखें मोबाइल? एक्सपर्ट के मुताबिक, ज्यादातर यूजर्स स्मार्टफोन को चेहरे से करीब 8 इंच की दूरी पर रखते हैं. ऐसा करना आंखों के लिए घातक हो सकता है. क्योंकि, मोबाइल फोन को इतने पास रखेंगे, आंखों को उतना ही नुकसान होगा. ऐसे में कोशिश करें कि मोबाइल को चेहरे से कम से कम 12 इंच यानी 30 सेंटीमीटर से दूर रखें. पलकों को बीच-बीच में झपकाएं लगातार स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में पलकें झपकना बेहद जरूरी है. समय-समय पर पलक झपकने से आंखों में नमी रहेगी, जिससे सूखापन व जलन नहीं होगी. इसके असाला, पलक झपकने से आपकी आंखों को फिर से फोकस करने में मदद मिलेगी. ऐसे में कोशिश करें कि 15 मिनट में लगभग 10-12 बार पलकें झपकाएं. आंखों को सुकून देगा यह फॉर्मूला मोबाइल चलाते समय बीच-बीच में 20-20-20 फॉर्मूला का पालन करें. इसका मतलब है कि, हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए, अपनी स्क्रीन से 20 फीट दूर किसी वस्तु को देखें. ऐसा करने से आपकी आंखों को आराम मिलेगा. साथ ही एकाग्रता भी बढ़ेगी. वहीं, मोबाइल की ब्राइटनेस को एडजस्ट करते रहें. ध्यान रखें कि, आपकी स्क्रीन की ब्राइटनेस और आप जहां हो वहां की लाइट के बराबर हो. इससे आंखों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. ये भी पढ़ें:  उम्र के हिसाब से कितने घंटे सोना चाहिए? अनिद्रा का सेहत पर क्या पड़ता असर, 99% के पास नहीं होगा जवाब, चार्ट से समझें ये भी पढ़ें:  मर्दों को नपुंसक बना सकता मोबाइल..! स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों पर पड़ता असर, भूलकर भी इस जगह न रखें फोन, वरना… Tags: Health benefit, Health tips, LifestyleFIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 09:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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