शादी के बाद नई दुल्हन हो रही इस बीमारी का शिकार अस्पतालों में बढ़ रही भीड़

डॉ. पूजा सिंह ने बताया कि प्रतिदिन करीब 60 मरीज आते हैं, जिसमें 20 से 25 नई दुल्हन रहती हैं. नई दुल्हन में एडजस्टमेंट डिस ऑर्डर जैसी मानसिक समस्या रहती है. उन्हें समझाया जाता है और काउंसलिग की जाती है.

शादी के बाद नई दुल्हन हो रही इस बीमारी का शिकार अस्पतालों में बढ़ रही भीड़
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : शादी के बाद ससुराल में वहां के अनुरूप न ढल पाने से नई दुल्हनों को समस्या हो रही है. अपनी बात न कह पाने और माहौल में न ढल पाने की वजह से नई दुल्हनें मानसिक बीमारी एडजस्टमेंट डिस ऑर्डर की चपेट में आ रही हैं. प्रतिदिन ऐसे  15 से ज्यादा मरीज  अस्पताल पहुंच रहे हैं. एडजस्टमेंट डिस ऑर्डर के प्रमुख लक्षण नींद में कमी आना, चिड़चिड़ापन, सिर में दर्द व घबराहट आदि है. पति के बाहर रहने और सास-ससुर से सामंजस्य नहीं बनने की वजह से ज्यादा समस्या हो रही है. अपनी समस्या नहीं बता पाने और मदद नहीं मिलने से मानसिक समस्या हो रही है. मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग की एचओडी डॉ. पूजा सिंह ने बताया कि पहले के समय में महिलाओं की सहन शक्ति ज्यादा होती थी. पहले अगर समस्या होती थी, तो महिलाएं उसे सह लेती थी, लेकिन नई महिलाओं में यह कम है. नई दुल्हनों में सहनशक्ति नहीं है और झुकने को तैयार नहीं होती हैं. यहीं वजह है कि नई दुल्हनें मानसिक बीमारी एडजेस्टमेंट डिस ऑर्डर की शिकार हो रही हैं. काम का दबाव व सामंजस्य न बनना है वजह  डॉ. पूजा सिंह ने बताया कि संयुक्त परिवार में जाने की वजह से अतिरिक्त काम का दबाव बढ़ जाता है. सास भी अपने तरीके से काम कराने के लिए कहती है. जिसे नहीं कर पाती है तो उन्हें सुनना पड़ता है. कई ऐसे मामले सामने आएं हैं, जिसमें शादी के कुछ महीने बाद पति बाहर चला जाता है. ऐसे में दुल्हनें अपनी बात किसी से नहीं कह पाती हैं. जिस वजह से उन्हें मदद नहीं मिल पाती है. बातों को न कह पाने की वजह से उन्हें ज्यादा दिक्कतें हो रही हैं. नींद में कमी और चिड़चिड़ापन है लक्षण डॉ. पूजा सिंह ने बताया कि प्रतिदिन करीब 60 मरीज आते हैं, जिसमें 20 से 25 नई दुल्हन रहती हैं. नई दुल्हन में एडजस्टमेंट डिस ऑर्डर जैसी मानसिक समस्या रहती है. उन्हें समझाया जाता है और काउंसलिग की जाती है. बीमारी के प्रमुख लक्षण नींद में कमी, सिर दर्द, बेहोश हो जाना, घबराहट व चिड़चिड़ापन है. इन्हें दवा से ज्यादा परिवार से बातचीत की जरूरत होती है. परिवार के सदस्य अपने घर में रहने वाली खासकर नई दुल्हनों से बातचीत करें और ख्याल रखें. सबसे जरूरी काउंसिलिंग ही है. Tags: Health tips, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 10:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed