ये पौधा नहीं औषधि की खान है! जड़-बीज और पत्ता तीनों फायदेमंद पेट दर्द में
ये पौधा नहीं औषधि की खान है! जड़-बीज और पत्ता तीनों फायदेमंद पेट दर्द में
Benefits of Nagarmotha: आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर सुनीता सोनल धामा खेकड़ा में निधि क्लीनिक चलाती हैं. उन्हें कई वर्षों का अनुभव भी है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नागरमोथा के रस व जड़ में खास प्रकार के शक्तिशाली तत्व पाए जाते हैं, जो न सिर्फ पाचन क्रिया को तेज करते हैं. साथ ही पेट के कीड़ों को भी मार देते हैं.
आशीष त्यागी/बागपत: नागरमोथा एक ऐसी औषधि है, जो दर्जन बीमारियों को ठीक करने के लिए वरदान से कम नहीं है. यह एक प्रकार की घास या खरपतवार के रूप में उगती है, जिसका पौधा छोटा होता है और जड़ काफी मजबूत होती है. आयुर्वेद में नागरमोथा का उपयोग हजारों सालों से एक विशेष जड़ी-बूटी के रूप में किया जा रहा है. इसके पत्ते, बीज व जड़ सभी में अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं. नागरमोथा की जड़ से विशेष प्रकार की गंध आती है. इसका उपयोग कई प्रकार के घरेलू उपचारों में किया जाता है. आजकल मार्केट में नागरमोथा की जड़ व उसका पाउडर आसानी से मिल जाता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक (Ayurvedic Doctor) सुनीता सोनल धामा खेकड़ा में निधि क्लीनिक चलाती हैं. उन्हें कई वर्षों का अनुभव भी है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नागरमोथा के रस व जड़ में खास प्रकार के शक्तिशाली तत्व पाए जाते हैं, जो न सिर्फ पाचन क्रिया को तेज करते हैं. साथ ही पेट के कीड़ों को भी मार देते हैं. नागरमोथा का उचित सेवन आपको पेट संबंधी रोगों से दूर रख सकता है. इसमें कई प्रकार के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो त्वचा पर होने वाली सूजन व लालिमा जैसी समस्याओं का इलाज करने में सक्षम है.
त्वचा संक्रमण को बढ़ने से है रोकता
आगे उन्होंने बताया कि इसमें एंटी बैक्टीरियल (Anti Bacterial) गुण भी होते हैं, जो कुछ हद तक त्वचा संक्रमण को बढ़ने से रोक सकते हैं. नागरमोथा में कई सूक्ष्मजीव रोधी गुण पाए जाते हैं, जो मुंह में मौजूद कीटाणुओं का खात्मा करने में मदद कर सकते हैं. नागरमोथा की मदद से मुंह की बदबू को भी दूर किया जा सकता है. हालांकि, नागरमोथा से प्राप्त होने वाले उपरोक्त लाभ आमतौर पर अलग-अलग अध्ययनों पर आधारित हैं. हर व्यक्ति के शरीर पर इसका प्रभाव भी अलग हो सकता है. इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें.
महिलाओं के लिए उपयोगी है नागरमोथा
पीरियड्स के दौरान नागरमोथा (Benefits of Nagarmotha) का सेवन करने से पेट में ऐंठन की गंभीरता कम होने लगती है. साथ ही यह कुछ हद तक ब्लीडिंग को भी कम कर सकता है.
इन बातों का रखें ध्यान
अगर एक दवा की मात्रा के अनुसार नागरमोथा का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो यह आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित रहता है. हालांकि, अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट में दर्द, सीने में जलन, उल्टी या जी मिचलाना, दस्त लगना, एलर्जी होना आदि समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए इसका उपयोग नियमित करना चाहिए.
Tags: Baghpat news, Health benefit, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 6, 2024, 11:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed