धान के बाद इस विधि से करें प्याज की खेती 120 नहीं 70 दिन में तैयार होगी फसल!

धान की कटाई के बाद किसान अपने खेतों में प्याज की खेती कर सकते हैं. बेहद कम लागत में प्याज की खेती से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. खास बात यह है कि किसानों को प्याज का बाजार में अच्छा भाव मिलता है. प्याज की वर्ष भर बाजार में डिमांड रहती है.

धान के बाद इस विधि से करें प्याज की खेती 120 नहीं 70 दिन में तैयार होगी फसल!
शाहजहांपुर: पिछले कुछ साल से प्याज के भाव में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिलती है. जिसको लेकर सरकार चिंतित है. कुछ दिनों पहले प्याज पर निर्यात शुल्क कम हुआ है. एक्सपर्ट के अनुसार इस साल प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो को पार कर सकती है. हालांकि खुदरा बाजार में अभी भी प्याज 60 रुपये प्रति किलो से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. इस दौरान सरकार दूसरे राज्यों से प्याज आयात करने की बजाय प्रदेश में ही प्याज का उत्पादन बढ़ाने के लिए काम कर रही है. सरकार किसानों को प्याज की खेती करने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है. इतना ही नहीं सरकार द्वारा किसानों को उन्नत किस्म के बीज निशुल्क भी दिए जा रहे है. किसानों को प्याज का बीज लेने के लिए उद्यान विभाग में पंजीकरण कराना अनिवार्य है. जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि प्याज के दामों में अचानक बढ़ोतरी हो जाती है. जिसकी वजह से उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है. ऐसे में सरकार प्रदेश में प्याज के उत्पादन को बढ़ाने के लिए काम कर रही है. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत शाहजहांपुर जिले में 300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में प्याज की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. जिसको लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इतना ही नहीं किसानों को प्याज के उन्नत किस्म के बीज निशुल्क दिए जा रहे हैं. साथ ही किसानों को प्याज की खेती करने के लिए तकनीकी जानकारी भी दी जा रही है. इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि नेशनल हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा किसानों को बीज दिया जा रहा है. यह बीज किसानों को पूरी तरह से निशुल्क दिया जाएगा. बीज लेने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण कराने के लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो देने होंगे. पंजीकरण के बाद किसान जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्याज के निशुल्क बीज ले सकते हैं. प्याज की नर्सरी तैयार करते समय रखें इन बातों का ध्यान पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि प्याज की पौध तैयार करने के लिए अच्छी गुणवत्ता और उपजाऊ मिट्टी का चुनाव करें. खेत की जुताई कर खेत को तैयार कर लें. बीजों को पानी में 6 से 8 घंटे भिगो दें. बीजों को कतारों में 5 से 7.5 सेमी की दूरी पर और 1 सेमी की गहराई पर बोएं. नियमित रूप से पानी दें. जब नर्सरी के पौधे 10 से 12 सेमी लंबे हो जाएं, तो उन्हें रोपाई के लिए तैयार माना जाता है. कैसे करें प्याज की रोपाई? पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि प्याज की तैयार हुई नर्सरी को खेत में रोपाई करना एक महत्वपूर्ण चरण है. सबसे पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए. खेत में गोबर की खाद या कंपोस्ट खाद डालें. पौध रोपण के लिए समतल और चौड़ी नाली बनाएं. नर्सरी लगाते समय दूरी का विशेष ध्यान रखें. पौधों को 20 से 25 सेमी की दूरी पर और कतारों को 30 से 35 सेमी की दूरी पर रोपाई करें. पौधे को जड़ों समेत गड्ढे में लगाएं और मिट्टी से ढक दें. रोपाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें. खेत में उगने वाले खरपतवारों को समय-समय पर निकालते रहें. निराई गुड़ाई करते रहें. आमतौर पर, एक एकड़ प्याज की खेती से 2 से 5 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है. बीज से उगाए गए प्याज को तैयार होने में 120 से 150 दिन लगते हैं. जबकि, पौध से उगाए गए प्याज 70 से 80 दिनों में तैयार हो जाते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 12:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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