भीख से अच्छ कारोबार! दिव्यांग ने 1000 रूपए से शुरू किया था बिजनेस अब

दोनों पैरों से दिव्यांग फरीद ने सफलता की ऐसी इबारत लिखी की, अब उन्हें हर कोई सलाम कर रहा है. फरीद 3 साल की उम्र से ही दोनों पैरों से दिव्यांग हो गए थे. मोहम्मद फरीद कहते हैं कि पैरों से दिव्यांग होने के बावजूद उनका हौसला कम नहीं हुआ, उन्हें लगा की भीख मांगने से अच्छा है, अपना काम शुरू किया जाए.

भीख से अच्छ कारोबार! दिव्यांग ने 1000 रूपए से शुरू किया था बिजनेस अब