अब तो आर है या पार है सलमान पर फायरिंग से पहले बिश्नोई ने शूटरों को क्या कहा

Salman Khan House Firing: सलमान खान के आवास के बाहर 14 अप्रैल को हुई गोलीबारी की घटना के संबंध में जुलाई महीने की शुरुआत में मुंबई पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई के साथ गोदेरा और अनमोल को फरार आरोपी बताया गया है. लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल अहमदाबाद के साबरमती केंद्रीय कारागार में बंद है. पुलिस के मुताबिक अनमोल और गोदेरा कनाडा में हैं.

अब तो आर है या पार है सलमान पर फायरिंग से पहले बिश्नोई ने शूटरों को क्या कहा
मुंबई. अभिनेता सलमान खान के घर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा की गई ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. ताबड़तोड़ फायरिंग करने के लिए बिश्नोई गैंग द्वारा रची गई पूरी साजिश की एक-एक डीटेल्स न्यूज18 इंडिया के पास मौजूद है. 14 अप्रैल 2024 की तड़के सुबह सलमान खान के घर पर फायरिंग करने के कुछ घंटों पहले दोनों शूटरों लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई के बीच हुई बातचीत का पूरा ब्योरा न्यूज18 बताने जा रहा है. अनमोल और लॉरेंस बिश्नोई ने किस तरह से शूटरों को तड़ातड़ फायरिंग करने के लिए मोटिवेट किया और उनको क्या-क्या निर्देश दिए, इसकी पूरी गहरी प्लानिंग का खुलासा अब हो चुका है. शूटरों के बीच बातचीत का अंश: अनमोल बिश्नोई – भगवान राम है, उन्होंकी हमारे कृपा है तो आज मैं यहां पर आ गया और इनका भी सुधार कर दूंगा.. शूटर विकी गुप्ता – जी अनमोल बिश्नोई – कोई दिक्कत नहीं है, और जब तक मेरे हरते में है, तब तक मेरे को कोई दिक्कत नहीं है. विकी गुप्ता – जी अनमोल बिश्नोई – ईश्वर तुम्हारे बातवात सब करनेवाला वो है और अपनी घड़ी है इम्तिहान की. ठीक है, और अब एक कहावत है की लख सोचना सोच ऐ जो सोचे लख। इतना सोचेगे ना तो कुछ भी काम नहीं होगा. ये हो जायेगा,वो हो जायेगा, वैसे हो जायेगा, आप अगर भगवान को मानते हो ना तो आपको खरोच भी ना लगेगी, पर और अगर वो लिखी है, आपको लगना तो आप कितने भी कमरो में बंद हो जाओ, वो आपको लगेगी ही लगेगी. विकी गुप्ता – जी भाईजी. अनमोल बिश्नोई – अब तो आर है या पार है. या उसमें जीवन लिखी है या मृत्यु लिखी है, वो उसने लिखा है. यहा पे मैं लिख नहीं सकता और कुछ कर नहीं सकता. मेरा जितना हाथ में होगा, जितना सामर्थ मुझे उस ईश्वर ने मेरे को दिया है, मैं उतना कर सकता हूं. तुम धैर्य रखो और कुछ भी नही होगा. ये समज लो अब आपने सबकुछ सोच लिया, अब ये सोचने की नही कि वहा पर ये गार्ड खड़ा है, या वो गार्ड खड़ा है,अब तो कल काम करना है।अब ये आर है या पार है. विकी गुप्ता – जी भाईजी अनमोल बिश्नोई – या तो अब कल सुबह तड़ातड़ चलेगी, या तो फिर भाई घर पे बैठोगे अब आपके हाथ में है कि क्या करना है और क्या नहीं. विकी गुप्ता – तो आज आप पुरी रात ऑनलाईन हो ना? अनमोल बिश्नोई – अब जाके बैठना है तो बैठो. मैं नहीं कहता,आप काम करो या नहीं. अगर आपका नही है, तो पहले भी बैठे रहे और अभी जाके फिर बैठ जाओ. अगर कुछ करना है कल होगा. अगर आप कर दियो काम तो इतिहास रचा जायेगा. अखबार भरेंगे, न्युज पेपर भरेंगे, सब भरेंगे और ये ताकत होगी ईश्वर की. अगर वो ख्याती देगा आपको, बहादुरी देगा आपको तो देने वाला भी वही है. कायरता देने वाला भी वही है. आपके जैसे कर्म है, वैसे वो आपको इस जीवन के शरीर मन, बुद्धि देते है आपको विकी गुप्ता – बस हम ये काम करेंगे आपके आर्शीवाद से जो हमारी ख्वाइश है. ये काम कल कर देंगे, आज सुबह मे करेंगे. अनमोल बिश्नोई – और आप यह कह रहे थे कि मेरी मामा से बात हुई थी. वह कह रहे थे कि, ये ना हो जाये सरेंडर ना हो जाये, सरेंडर भगवान के पास हो। कही और होने की जरूरत नहीं. विकी गुप्ता – अभी आप मामा (लारेंस विश्नोई) से बात किये हैं. अनमोल बिश्नोई – मामा से हुई थी मेरी बात विकी गुप्ता – अभी मैं मामा से बात किया है. भाईजी जैसे आप दोनो भाई हैं. लॉरेन्स सर और आप, वैसे ही मैं अपने भाई को आपका नंबर सेंड कर रहा हूँ. मैं उसका नंबर आपके पास सेंड कर रहा है. अगर अगले दिन को मैं पकड़ा गया तो आप उसे कॉन्टक्ट करे. मेरा मामा जिससे भी बात हुआ और मैने भी अपने भाई को सारी बात बता दी है. अनमोल बिश्नोई – क्या बताया आपने,पहले मुझे तो बताओ. अब मेरे की वो छोड़ो आप. अब मेरे को प्लान क्या बनाया, कैसे चलने का ओ बताओ. विकी गुप्ता – आप जैसा प्लान बनाया है. वैसे ही है. हम छह बजे उसके कर्पार्टमेंट में रहेंगे. डिपार्टमेंट मे रहेंगे. अनमोल बिश्नोई – अब मेरी बात देखो, वहां पे गोलियां बड़े सोच समझकर और सारी जगह तड़ातड़ चलानी है. भले ही इसमें आपको आधा मिनट लग जाए, कोई फर्क नहीं पड़ता, एक मिनट लगता है, एक मिनट लगता है, कोई दिक्कत नहीं है। विकी गुप्ता – जी जी अनमोल बिश्नोई – हैना, और ऐसे चलानी है, जैसे भाई(सलमान खान) डर रहे हैं। मेरी बात सुनो,आप सिगरेट पीते हो। विकी गुप्ता – हां सिगरेट पीते हैं. अनमोल बिश्नोई – हां तो उस वक्त पीते- पीते चलाना,ताकी कैमरे में आये तो ऐसा लगे कि बेखौफ चलाते हैं. जी, मतलब इनको कोई नहीं है, मतलब अपने को ये चीज दिखाना है. विकी गुप्ता – खुदी मास्क, हेल्मेट निकालकर रखे. अनमोल बिश्नोई – हेल्मेट आप पीछे ही रखना, निकलो कोई दिक्कत नहीं है वैसे आपने विकी गुप्ता – नहीं नहीं,आप जैसे बोलो वैसे ही होगा। आप जैसे बोलोगे सिगरेट पियो, हेल्मेट निकाल दो।ऐसे करो बस वैसे करेंगे। अनमोल बिश्नोई – अब तो यह ईश्वर ही बताये कि कितनी गहराई है। विकी गुप्ता -जी बस नापना है की,हमे नापना है गहराई कितना है और वह भी आपके आर्शीवाद से. अनमोल बिश्नोई – चलो आर्शीवाद तो है और क्या कहते है,एक मेरी बात सुनो, देखो मैं आपको बताता हूं,कल ऐसा एक तो बात ईश्वर को तो रखना ही,रखना है साथ मे,दूसरा प्लॅन हैना, जो प्लॅन किशनजी भगवान क्या कहते हैं। विकी गुप्ता – जी अनमोल बिश्नोई – कुछ अलग अलग टाईम पे युध्द में निती का मतलब होता है प्लॅन। मतलब प्लॅन क्या किया,आप का वह प्लॅन हैना। आपने पास तो ईश्वरही अपना है यह ध्यान रखना।उसके लिए कोई चीज पहले सोचते है,फिर करते है।उसका ईश्वर नीति होता है। ठीक है। बीमारियों में औषधी मतलब जिस टाईम तू बीमार है,उस टाइम औषधी ही मैं हूं। मतलब तू यह सोच रहा है कि ऐ तो मैं तो कुछ नही लूंगा भगवान,आपने आप सही कर देगा। विकी गुप्ता – जी अनमोल बिश्नोई – उसमे ऐसे है कि प्लॅन जो बनाया है,उसमे जल्दी जल्दी करके बाइक और ये सामान छोड़ देने हैं। बस ये करना है,वहां से निकल जाना है। ठीक है। विकी गुप्ता – अच्छा तो वहां से कम से कम एक किमी निकलेंगे,फिर सामान छूटेगा, वहा पे तो फिर सामान कैसे फेंक सकते है। अनमोल बिश्नोई – हा मेरी बात सुनो,फेंकना ऐसी जगह,जहां पे मिले ना विकी गुप्ता – जी, अगर हम सामान लेकर के रखे है, सामान के साथ ही हम पकडे गये तो। अनमोल बिश्नोई – तो सामान के साथ पकडेगें तो केस तो चलेगा ही और फायरींग का केस होगा। अगर आप पकडे गये आपने पे वो नही होगा। सामान ऐसे भी कोशीश करना की बरामद ना हो। अगर होता है तो फिर भी जमानत होती है।मतलब जी चीज कि प्रावधान इतना है कि सजा उतनी है, जैसे की कई केसो में बेलेबल होते हैं। कही नॉन बेलेबल होते है। बेलेबल इसमे हो सके दो, तीन,चार महिना. विकी गुप्ता – भाईजी आपसे मेरी एक ही आज्ञा है, और एक ही रिक्वेस्ट है। अनमोल बिश्नोई – इसमें तो बेल होती नहीं है।बेल होगी तो कोई लुज पॉइंट से होती है। विकी गुप्ता – इसमे बेल नहीं होती है? अनमोल बिश्नोई – अरे मैं क्या कह रहा हूं. जैसे कतल हो गया, कतल हो गया, और ये हो गये तो उसमे बेल होती नहीं है. वो नॉन बेलेबल होते है, पर ये जो फायरिंग हो रही है, वो बेलेबल ऑफेन्स है. इसमे बेल हो जाती है. विकी गुप्ता – कुछ घटना घट गई तो. फिर तो सजा काटना होगा. अनमोल बिश्नोई – सजा का तो कल का होगा. बाकी अपनी सब सेंटीग यही हो जायेगी. सब कुछ हो जायेगा. देखो अब इतना सोचोगे क्या कल करना पड़ेगा,परसो क्या करना पड़ेगा, अब आपको क्या पता है कि परसो क्या हो जायेगा, किसी को नहीं पता. Tags: Lawrence Bishnoi, Salman khanFIRST PUBLISHED : August 2, 2024, 23:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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