OPINION : सरकार की कोशिशों से मजबूत हुई अर्थव्यवस्था दीवाली पर 30% से ज्‍यादा बढ़ेगी खरीदारी

यूगोव (YouGov) की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 36 फीसदी शहरी लोग इस बार दीवाली पर ज्यादा खर्च करने को तैयार हैं. वहीं, 31 अगस्‍त से 24 अक्‍टूबर तक त्‍योहारी सीजन की खरीदारी होगी. उम्मीद है कि पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण सुस्त रहा दीवाली का त्‍योहारी कारोबार इस साल बेहतर बिक्री का मौका देगा.

OPINION : सरकार की कोशिशों से मजबूत हुई अर्थव्यवस्था दीवाली पर 30% से ज्‍यादा बढ़ेगी खरीदारी
हाइलाइट्सदेश में 31 अगस्त से शुरू होने वाला त्‍योहारों का सीजन 24 अक्टूबर 2024 को दीवाली तक चलेगा. दीवाली के बाद कुछ महीने देश में शादियों के सीजन में लोग जमकर खरीदारी करेंगे. कारोबारी संगठनों को उम्‍मीद है कि इस साल घरेलू कारोबार में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी. एशिया के कुछ देशों में मंदी का जोखिम लगातार बढ़ता जा रहा है. दरअसल, महंगाई को काबू करने के लिए केंद्रीय बैंकों की ओर ब्‍याज दरों में की जा रही बढ़ोतरी को इसके लिए जिम्‍मेदार माना जा रहा है. ब्लूमबर्ग के हालिया सर्वे में सामने आया है कि भारत में आर्थिक मंदी की आशंका बिल्कुल नहींं है. अब एक और सर्वे में बताया जा रहा है कि भारत में दीपावली के मौके पर खरीदारी में 30 फीसदी से ज्‍यादा बढ़ाेतरी होने वाली है. यूगोव (YouGov) की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 36 फीसदी शहरी लोग इस बार दीवाली पर ज्यादा खर्च करने को तैयार हैं. इससे व्‍यापारियों को इस बार दीवाली पर बड़े कारोबार की सौगात मिलेगी. उम्मीद है कि पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण सुस्त रहा दीवाली का त्‍योहारी व्यापार इस वर्ष बेहतर बिक्री का मौका देगा. छोटे शहरों-कस्‍बों में भी बढ़ेगी दीवाली की मांग सर्वे के अनुसार, वर्ष 2020 में शहरों में रहने वाले 29% और 2021 में 17% लोगों ने दीवाली के मौके पर खर्च करने में कमी नहीं की. वहीं, इस बार 36% शहरी लोग दीवाली पर ज्यादा खर्च करने को तैयार दिख रहे हैं. जानकर मानते हैं कि अगर शहरों में व्यापार बढ़ता है तो साफ है कि छोटे शहरों, कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग ज्यादा होगी, क्योंकि इन क्षेत्रों के व्यापारी आसपास के बड़े शहरों से ही सामान खरीदते है. जानकर यह भी मानते हैं कि बीटूसी के साथ ही बीटूबी में दीवाली की बिक्री पर बड़ा उछाल आएगा. ये भी पढ़ें – Explainer : फिक्‍स्‍ड या फ्लोटिंग रेट में किस FD में निवेश करना है बेहतर? किसमें और क्‍यों मिलेगा ज्‍यादा मुनाफा किन चीजों में ज्‍यादा खरीदारी करेंगे लोग यूगोव की रिपोर्ट के हवाले से यह माना जा सकता है कि दीवाली खर्च सूचकांक दर्शाता है कि इस वर्ष खर्च करने का इरादा 94.45 है, जबकि 2021 में 90.71 और 2020 में 80.96 था. रिपोर्ट के अनुसार, इस साल शहरी लोग प्रमुख रूप से घरेलू उपकरण, यात्रा, स्वास्थ्य, गृह सज्जा और गोल्‍ड में ज्यादा खरीदारी करेंगे.  साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, रेडीमेड गारमेंट्स, गिफ्ट आइटम्स, एफएमसीजी सेक्टर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रिकल फिक्स्चर और फिटिंग में भी लोगों का रुझान दिखेगा. आने वाले त्योहारों से भी हैं काफी उम्मीदें व्यापारिक संगठन कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल का मानना है कि 31 अगस्त से 9 सितंबर तक देश में गणेश उत्सव मनाया जाएगा. ये उत्‍सव मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में बेहद धूमधाम से मनाया जाएगा. इसके बाद 26 सितंबर से 5 अक्टूबर 2022 तक नवरात्रि, रामलीला और दुर्गा पूजा का त्योहार मनाया जाएगा. फिर 24 अक्टूबर को दीवाली तक देश के सभी भागों में कई त्‍योहार मनाए जाएंगे. दूसरे शब्‍दों में कहें तो 31 अगस्त से 24 अक्टूबर तक भारत में त्योहारों का मौसम होगा. इसके बाद शादियों का सीजन होगा. उम्मीद है कि इस साल घरेलू कारोबार में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी. ये भी पढ़ें – चीन का लोन ट्रैप: 300 से अधिक इंस्टेंट लोन देने वाले ऐप्स पर भारत सख्त, बैन करने की तैयारी क्या है व्यापारियों की तैयारी है देश में 36% शहरी लोग इस बार दीवाली पर ज्यादा खर्च करने को उत्सुक हैं. इस रिपोर्ट से व्यापारिक संगठन काफी उत्साहित हैं. दीवाली का त्‍योहार व्यापारियों के लिए बड़ी सौगात लेकर आ रहा है. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए कैट दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठानों पर पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रखने का सुझाव दिया है ताकि मांग को पूरा किया जा सके. संकटों से उबर चुका है भारत : जफर इस्‍लाम पूर्व बैंकर और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम का मानना है कि पिछले 8 साल में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई ऐसे कदम उठाए गए, जिसका फायदा देश की अर्थव्यवस्था को हुआ. उनका कहना है कि पीएम मोदी की नीतियों के कारण पिछले 8 साल में मुद्रास्फीति की दर नियंत्रित रही. हालिया दिनों में कोरोना संकट और यूक्रेन संकट के कारण अर्थव्यवस्था में जो प्रभाव पड़ा था, उससे भी भारत अब लगभग उबर गया है. जफर इस्लाम का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण भारत में सब कुछ नियंत्रण में है, जबकि दुनिया भर में मुद्रास्फीति की दर बढ़ रही है. इस वजह से बैंक ब्‍याज दर बढ़ा रहे हैं और डिमांड कम हो रही है. वहीं, उनका कहना है कि भारत में डिमांड के साथ-साथ जीडीपी ग्रोथ भी बढ़ रही है. वह कहते हैं कि पीएम मोदी की प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव नीति के कारण देश में प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट भी बढ़ा है, जबकि दुनिया के अन्य देशों में यह सिकुड़ता जा रहा है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Diwali, GDP growth, Indian economy, Modi governmentFIRST PUBLISHED : August 23, 2022, 13:46 IST