5 नहीं अब 55 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य IMF ने समझा दिया पूरा गणित
5 नहीं अब 55 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य IMF ने समझा दिया पूरा गणित
Indian Economy : भारतीय अर्थव्यवस्था को अभी तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने केा लक्ष्य लेकर चल रही सरकार ने अब इसे 11 गुना बढ़ाकर 55 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की बात शुरू कर दी है. इसके लिए आईएमएफ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने बाकायदा कैलकुलेशन भी समझा दिया है.
हाइलाइट्स सरकार साल 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही. अब उसकी मंशा साल 2047 तक 55 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी तक पहुंचाने की है. आईएमएफ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने भी इस लक्ष्य का कैलकुलेशन समझाया है.
नई दिल्ली. भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी की इकनॉमी बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही मोदी सरकार के सपने अब कई गुना बड़े हो गए हैं. अभी तक मोदी सरकार साल 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही थी. भारत की तेज विकास दर और संभावनाओं के खुलते दरवाजों को देखते हुए सरकार ने अपने लक्ष्य को 11 गुना बढ़ा दिया है. अब उसकी मंशा साल 2047 तक भारतीय इकनॉमी को 55 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि अब हमारा लक्ष्य भारत को 55 ट्रिलियन डॉलर की इकनॉमी बनाने का है. उन्होंने कहा, आत्मनिर्भरता, प्रौद्योगिकी, मजबूत मुद्रा और बुनियादी बिंदुओं पर ध्यान देने जैसे कदम उठाकर भारत को वर्ष 2047 तक 55 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेंगे. गोयल ने एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल चालित वाहनों से इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ कदम बढ़ाने और विनिर्माण में गुणवत्ता लाने जैसे क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है.
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IMF का भी यही मानना
पीयूष गोयल ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केवी सुब्रमण्यन की किताब ‘भारत@100: एनविजनिंग टुमॉरोज इकोनॉमिक पावरहाउस’ पर चर्चा में यह बात कही. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘यह सब सामूहिक रूप से हमारी मदद करेगा. एक मजबूत मुद्रा, अर्थव्यवस्था के मजबूत बुनियादी ढांचे हमें 55 लाख करोड़ की डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचाने में मदद करेंगे.’ इस मौके पर केवी सुब्रमण्यन ने कहा कि भारत की विकास दर 8 फीसदी है और अगर यह बनी रहती है तो भारत 2047 तक 55 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बन सकता है.
बताया कैसे मजबूत होगी भारतीय मुद्रा
गोयल ने कहा कि भारतीय मुद्रा रुपये को मजबूत बनाने के लिए सरकार कुछ जरूरी कदम उठा रही है. इसके लिए ईवी पर जोर देने के साथ उत्पाद, तिलहन, रबर और दालों के आयात में कमी पर जोर दिया जा रहा, जो घरेलू मुद्रा को मजबूत बनाएगा. कार्यक्रम से इतर एक इंटरव्यू में आईएमएफ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने कहा कि भारत जब आजादी का शताब्दी वर्ष बना रहा होगा, तो उसकी अर्थव्यवस्था 55 लाख करोड़ डॉलर के आसपास पहुंच जाएगी. इसके लिए 8 फीसदी की विकास दर को कायम रखना होगा.
ऐसे समझें पूरा गणित
सुब्रमण्यन ने कहा, सरकार ने 2016 से ही महंगाई दर 5 फीसदी के आसपास बरकरार रखा है. अगर 2047 तक विकास दर 8 फीसदी और महंगाई 5 फीसदी रही तो हमें 13 फीसदी की ग्रोथ मिलेगी. इसमें से करेंसी में गिरावट की दर 1 फीसदी को हटा दें, क्योंकि महंगाई कम रहने से करेंसी में गिरावट अभी के 3 फीसदी से घटकर 1 फीसदी पर आ सकती है तो रियल टर्म में विकास दर 12 फीसदी होगी. इस पर कम्पाउंडिंग का फायदा मिलने से हर 6 साल में अर्थव्यवस्था डबल हो जाएगी.
इस तरह 24 साल में 55 ट्रिलियन डॉलर
यानी अगले 24 साल में इकनॉमी 4 बार डबल होगी और अभी करीब 3.25 ट्रिलियन डॉलर है तो 6 साल बाद डबल होकर 6.50 ट्रिलियन डॉलर, फिर अगले 6 साल में 13 ट्रिलियन डॉलर, उसके 6 साल बाद 26 ट्रिलियन डॉलर और उसके 6 साल बाद 52 ट्रिलियन डॉलर यानी हम कुल मिलाकर 55 ट्रिलियन डॉलर के आसपास पहुंच जाएंगे. इस आधार पर भारत में प्रति व्यक्ति आय 33.20 लाख रुपये पहुंच जाएगी.
Tags: Business news, India GDP, Indian economyFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed