मेहनत और मजदूरी कर हर परिस्थितियों को दी मात बड़ी रोचक है प्रवक्ता की कहानी
मेहनत और मजदूरी कर हर परिस्थितियों को दी मात बड़ी रोचक है प्रवक्ता की कहानी
Kanwariyas in Saharanpur: यूपी के सहारनपुर पहुंचे कांवड़ियों का फूला की वर्षा कर अधिकारियों ने स्वागत किया. वहीं, कांवड़ियों ने कहा की यहां सबकुछ फ्री में मिलता है, जबकि उत्तरखंड में अधिक दाम वसूला जाता है.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: अगर आप भी सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं या कुछ बड़ा ख्वाब लिए मेहनत कर रहे हैं, तो यह खबर आपके परिश्रम में जोश, जुनून और एक अलग ऊर्जा प्रदान करने का अच्छा माध्यम बन सकती है. बिल्कुल सही सुना है. एक मजदूर का बेटा, जिसने अपनी पूरी परिस्थितियों को मात देते हुए अंत में शिक्षा शास्त्र का प्रवक्ता बन जाता है.
इस सफल कहानी का महत्व तब और बढ़ जाता है जब एक मजदूर का बेटा पढ़ाई करने के लिए मजदूरी और छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है. वह अपने जीवन में एक और ऊंची उड़ान भर चुका था और कुछ कर जाने का जुनून सिर चढ़कर बोलने लगा था. आइए विस्तार जानते हैं.
डॉ. बालचंद्र राम ने लोकल 18 को बताया कि वह कुंवर सिंह इंटर कॉलेज में शिक्षा शास्त्र में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं. जिले के रसड़ा तहसील अंतर्गत प्रधानपुर गांव का रहने वाले हैं. हर व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, जो भी व्यक्ति सफल होता है. वह निश्चित रूप से संघर्ष की बदौलत ही होता है.
ट्यूशन पढ़ाकर पढ़ाई की पूरी
डॉ. बालचंद्र राम ने बताया कि उनके पिताजी छोटे किसान और मजदूर थे, लेकिन उनकी चाहत थी कि बेटा बड़ा हो और मेरे सपने को पूरा करे. बालचंद्र ने कहा कि वह अपने बुरे दिनों में भी में भी खुद परिश्रम और मजदूरी करके बच्चों को ट्यूशन पढ़ा करके पढ़ाई की और मन में एक ऊंची उड़ान थी कि जीवन में सफल होना है.
ऐसे शुरू हुई पढ़ाई
डॉ. बालचंद राम ने बताया कि गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से पढ़ाई शुरू हुई. गांव से ही मिडिल पास किया. गांव के ही सिद्दीकिया इंटर कॉलेज कोटवारी से हाई स्कूल किया. यहां तक कि अमर शहीद भगत सिंह इंटर कॉलेज रसड़ा से ही इंटर मीडिएट पास किया. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढाई संपन्न हुई. काशी हिंदू विश्वविद्यालय से B.Ed, M.Ed और P.hD किया.
संघर्ष ने बदल दिया जीवन
पढ़ाई पूरी होने के दौरान सन 1998 में शिक्षक की भर्ती निकली जिसमें मैंने आवेदन किया था. बड़ा विश्वास था, इसलिए की बड़ी संघर्ष से पढ़ाई हुई थी. ठीक सन 1999 में सीधे आयोग से मेरा शिक्षा शास्त्र में प्रवक्ता के रूप में कुंवर सिंह इंटर कॉलेज में चयन हुआ.
आज के युवाओं को दिया संदेश
प्रवक्ता ने कहा कि आज के युवाओं को अपने जीवन में अनुभव किए हुए कुछ तथ्य संदेश के रूप में शेयर किया. उन्होंने कहा कि जहां चाह वहां राह…अगर युवा मन बना ले कि हमको सफलता की ऊंचाइयों पर जाना है तो उन्हें जरुर सफलता मिलेगी.
Tags: Ballia news, Local18, Sawan MonthFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 14:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed