आंखों पर पट्टी बांध दोनों हाथों से लिखने-पढ़ने में माहिर है ये बच्ची
आंखों पर पट्टी बांध दोनों हाथों से लिखने-पढ़ने में माहिर है ये बच्ची
अनुष्का की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह अपने दोनों हाथों से एक साथ लिख सकती हैं—चाहे वह अंग्रेजी हो या हिंदी. साथ ही, वह आंखें बंद करके किसी भी किताब या वस्त्र के रंग को पहचान सकती हैं.
मथुरा: हम सभी जानते हैं कि एक हाथ से लिखना कितना कठिन हो सकता है, लेकिन जब कोई बच्चा दोनों हाथों से एक साथ लिखता है, तो यह चमत्कार जैसा लगता है. अगर कोई आपसे कहे कि एक बच्चा आंखें बंद करके रंग पहचान सकता है, सूंघकर किताब पढ़ सकता है, तो शायद आपको मज़ाक लगेगा. लेकिन मथुरा की अनुष्का गोस्वामी इस असाधारण क्षमता की जीती-जागती मिसाल हैं. आजकल “राइट ब्रेन एजुकेशन” नामक एक विद्या का उपयोग बच्चों के मस्तिष्क को और अधिक विकसित करने के लिए किया जा रहा है, और अनुष्का इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं.
देश के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, और अनुष्का इसका प्रमाण हैं. अनुष्का वह बच्ची है, जो अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर रंग पहचान सकती है, सूंघकर किताब पढ़ सकती है, और दोनों हाथों से एक साथ लिख सकती है. अनुष्का ने कहीं से भी इस कला की कोई औपचारिक शिक्षा या ट्रेनिंग नहीं ली है. जिस उम्र में बच्चे खुली आंखों से पढ़ने में मुश्किल महसूस करते हैं, अनुष्का आंखों पर पट्टी बांधकर यह काम आसानी से कर लेती हैं. अनुष्का की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह अपने दोनों हाथों से एक साथ लिख सकती हैं—चाहे वह अंग्रेजी हो या हिंदी. साथ ही, वह आंखें बंद करके किसी भी किताब या वस्त्र के रंग को पहचान सकती हैं.
साधारण परिवार से असाधारण उपलब्धि तक
अनुष्का, मथुरा के राधिका बिहार के निकट दुर्गा पुरी कॉलोनी की रहने वाली 19 वर्षीय साधारण परिवार की बेटी हैं. वह ग्रेजुएशन कर रही हैं और ट्यूशन पढ़ाती हैं. बचपन में अनुष्का ने बिना किसी औपचारिक शिक्षा के, अपने छोटे भाई के साथ खेलते-खेलते इस असाधारण कला का अभ्यास करना शुरू किया था. उनकी आंखों की दृष्टि कमजोर होने के कारण, उन्होंने दोनों हाथों से लिखना शुरू किया. पहले वह एक ही भाषा को दोनों हाथों से लिखती थीं, लेकिन अब वह दोनों भाषाओं को आसानी से लिख सकती हैं.
अनुष्का की महत्वाकांक्षाएं
अनुष्का के पिता, अंकुर गोस्वामी, जो रेडीमेड गारमेंट्स का काम करते हैं, और उनकी मां मीठू गोस्वामी को शुरुआत में इस असाधारण प्रतिभा पर विश्वास नहीं हुआ. लेकिन जब उन्होंने अपनी बेटी को दोनों हाथों से लिखते और अंधेरे में ड्रॉइंग करते देखा, तो वे चकित रह गए. अनुष्का बिना चश्मे के कुछ भी साफ देख नहीं सकतीं, लेकिन अंधेरे में या आंखों पर पट्टी बांधकर, वह सटीकता से चीजों को पहचान सकती हैं. अनुष्का की इस विलक्षण प्रतिभा को उनके माता-पिता भगवान की विशेष कृपा मानते हैं.
अनुष्का की भविष्य की योजनाएं
अनुष्का की मां, मीठू गोस्वामी, बताती हैं कि बचपन से ही अनुष्का पढ़ाई में होशियार रही हैं. जिस उम्र में बच्चे खिलौनों से खेलते हैं, उस उम्र में अनुष्का कॉपी-पेन लेकर लिखने और ड्रॉइंग बनाने में मग्न रहती थीं. अब, अनुष्का की इच्छा है कि वह आगे चलकर एक शिक्षक बनें और अपनी इस विलक्षण प्रतिभा के माध्यम से और भी बच्चों को प्रेरित करें.
बच्चों की क्षमताओं को निखारने का नया तरीका
इन दिनों “राइट माइंड एजुकेशन” नामक इस विद्या का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की पढ़ाई का समय कम करना और उनकी स्मरण शक्ति, पढ़ने की क्षमता और बौद्धिक ज्ञान के स्तर को बढ़ाना है. अनुष्का की अद्भुत क्षमताएं इस विद्या का जीवंत उदाहरण हैं.
FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 14:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed