इस दिवाली पर व्यापारियों की बल्ले-बल्ले बाजार तोड़ेगा प्री कोविड टाइम का रिकॉर्ड
इस दिवाली पर व्यापारियों की बल्ले-बल्ले बाजार तोड़ेगा प्री कोविड टाइम का रिकॉर्ड
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने इस साल दिवाली सीजन में भारत में बंपर व्यापार की उम्मीद जताई है. कैट का कहना है कि भारत का बाजार इस बार साल प्री कोविड टाइम के साल 2019 के रिकॉर्ड को तोड़ देगा.
नई दिल्ली. दिवाली के त्यौहार की गहमा गहमी अब दिल्ली सहित देश के बाजारों में तेजी से उमड़ रही है. ग्राहकों की भारी भीड़ और दिवाली त्यौहार से संबंधित वस्तुओं औरअन्य सामानों को खरीदने की ललक ने कोरोना महामारी के कारण गत दो वर्षों की व्यापारिक मायूसी को कहीं पीछे छोड़ दिया है. इससे देश भर में व्यापारियों के चेहरे पर उनकी मुस्कान फिर एक बार लौट आयी है.
देश भर के व्यापारियों के संगठन कन्फेडरशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस वर्ष दिवाली त्यौहार की खरीदी का देश भर में एक लाख 50 हजार करोड़ से अधिक होगी जबकि वर्ष कोविड से पहले वर्ष 2019 में यह आंकड़ा लगभग 90 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का था. तब से अब तक 60 हजार करोड़ रुपये की व्यापार की वृद्धि बेहद संतोषजनक है. दिवाली त्यौहार की खरीदी का सीजन पहले नवरात्र से शुरू होकर तुलसी विवाह तक माना जाता है. तुलसी विवाह इस वर्ष 5 नवम्बर को है.
भरतिया और खंडेलवाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत के अभियान का व्यापक असर देश भर के उपभोक्ताओं पर पड़ा है जो इस बात से स्पष्ट है कि ग्राहक अब बाजारों में भारतीय उत्पादों की ही मांग करते हैं. चीनी सामान सस्ता है. इस बात को लोग भूल कर अब चीन से बनी वस्तुओं का खुलकर बहिष्कार कर रहे हैं. यही कारण है कि देश भर के बाजारों में अब चीन से बना दिवाली से संबंधित सामान लगभग नदारद है. इम्पोर्ट करने वाले व्यापारियों ने इस साल चीन से दिवाली से जुडी किसी भी वस्तु का आयात नहीं किया जिसके चलते इस वर्ष चीन को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का सीधा नुकसान हुआ है.
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि चीन द्वारा वर्ष 2020 में गलवान घाटी में आक्रमण के बाद देश भर में जहां व्यापारियों ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प लिया हुआ है वहीं दूसरी ओर सारे देश में ग्राहकों ने भी अब चीनी वस्तुओं का मोह छोड़ दिया दिया है.
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ाते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों से इस दिवाली को अपनी दिवाली भारतीय दिवाली के रूप में मनाने का आह्वान किया है. देश भर के बाज़ारों में दिवाली त्यौहार की खरीदी में ग्राहक विशेष रूप से, घर की सजावट के सामान, दिवाली पूजा के सामान जिसमें मिट्टी के दीये, देवता, दीवार पर लटकने वाले, हस्तशिल्प के सामान, शुभ-लाभ, ओम जैसे पारंपरिक सौभाग्य के प्रतीक, देवी लक्ष्मी एवं श्री गणेश जी की पूजा का सामान, घर की सजावट का सामान जो स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और कुशल कलाकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं को देश भर के बाज़ारों में बड़ा व्यापार देंगे.
इसके अलावा एफएमसीजी सामान, उपभोक्ता वस्तुएं, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली उपकरण और सामान, रसोई के सामान और अन्य उपकरण, उपहार की वस्तुएं, ऑटोमोबाइल में दोपहिया, तिपहिया एवं चार पहिया वाहन , व्यक्तिगत उपभोग्य वस्तुएं, मिष्ठान्न-नमकीन ,होम फर्निशिंग, कपड़ा, रेडीमेड वस्त्र, फैशन परिधान, कपड़ा, टेपेस्ट्री, बर्तन, बिल्डर्स हार्डवेयर, जूते, घड़ियां, फर्नीचर और फिक्स वस्त्र, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन, सौंदर्य उत्पाद, मोबाइल और उसके सहायक उपकरण, लकड़ी और प्लाईवुड, पेंट और कांच, दूध और दूध उत्पाद, डेयरी उत्पाद, किराना, खाद्यान्न, खाद्य तेल, दालें, साइकिल और उसके सामान, दीवार घड़ियां गोटा-जरी, साड़ी और ड्रेस मटेरियल आदि सामान खरीदने में विशेष रूचि दिखा रहे हैं जिसके कारण इस वर्ष इन सभी क्षेत्रों में बम्पर व्यापार होगा.
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Tags: Diwali, Diwali Sale, MarketFIRST PUBLISHED : October 21, 2022, 18:14 IST