इस फसल की खेती से किसान बन सकते हैं लखपति! सरकार भी दे रही अनुदान

उत्तर प्रदेश में उगाई जाने वाली पान की प्रमुख किस्म में मघही पान ,बनारसी पान ,कोलकाता पान ,सांची पान, कपूर पान,देशी पान  प्रमुख रूप से आता है.यह किस्में यूपी के विभिन्न जिलों में किसान उगा रहे हैं. 

इस फसल की खेती से किसान बन सकते हैं लखपति! सरकार भी दे रही अनुदान
रायबरेली: पान न केवल लोगों के मुंह का स्वाद बदलता है, बल्कि उनकी किस्मत भी बदल सकता है. पान की खेती देश के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस खेती में लागत कम और मुनाफा अधिक मिलता है, जिससे यह अन्य फसलों की तुलना में बेहद लाभकारी है. यही वजह है कि किसान अब बड़े पैमाने पर पान की खेती कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पान की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. यह प्रोत्साहन राशि उद्यान विभाग द्वारा किसानों को प्रदान की जाती है, जिससे वे लाभान्वित होकर अपनी तकदीर बदल सकते हैं. उद्यान निरीक्षक की सलाह रायबरेली जिले के उद्यान निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह, जिनके पास उद्यानिक क्षेत्र में 15 वर्षों का अनुभव है, बताते हैं कि सांस्कृतिक और मांगलिक कार्यक्रमों में उपयोग होने वाले पान का जितना धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व है, उतना ही यह हमारी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. इसकी खेती करके किसान अपनी किस्मत बदल सकते हैं क्योंकि इसमें कम लागत के साथ अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. मिट्टी का चयन पान की खेती के लिए ऐसी जमीन का चयन करें जहां जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो. दोमट और चिकनी मिट्टी पान की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है. मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. पौधा रोपाई नरेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, पान की रोपाई के लिए बरेजा निर्माण करें. एक बरेजा आमतौर पर डेढ़ से 2 मीटर ऊंचा होता है. इसके निर्माण के लिए बांस, लकड़ी, पुआल का उपयोग किया जाता है. इसके बाद पंक्तिवार तरीके से पान के पौधों की रोपाई करें. पंक्ति से पंक्ति के बीच की दूरी 90 से 100 सेमी और पौधे से पौधे के बीच की दूरी 10 से 20 सेमी होनी चाहिए. पान की रोपाई के लिए फरवरी से मार्च और मार्च से अप्रैल के महीने सबसे उपयुक्त माने जाते हैं. उत्तर प्रदेश में उगाई जाने वाली पान की प्रमुख किस्में हैं मघही पान बनारसी पान कोलकाता पान सांची पान कपूर पान देशी पान ये किस्में यूपी के विभिन्न जिलों में उगाई जा रही हैं. पान की खेती में पौधे की रोपाई के एक माह तक विशेष ध्यान देना होता है, जिससे बराबर नमी बनी रहे और जैविक खाद व जैविक कीटनाशकों का ही उपयोग किया जाए. पान का पौधा रोपाई के 6 से 7 माह बाद तुड़ाई के लिए तैयार हो जाता है. सरकार की प्रोत्साहन राशि यूपी सरकार पान की खेती करने वाले किसानों को उनके खेत के रकबे के अनुसार अनुदान देती है. 250 स्क्वायर फीट वाले पान बरेजा के किसान को 12,500 रुपए 500 स्क्वायर फीट वाले पान बरेजा के किसान को 25,000 रुपए 750 स्क्वायर फीट वाले पान बरेजा के किसान को 37,500 रुपए 1000 स्क्वायर फीट वाले पान बरेजा के किसान को 50,000 रुपएइसका लाभ लेने के लिए पान की खेती करने वाले किसान अपने जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 17:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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