आलू गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी नई तकनीक की जानकारी
आलू गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी नई तकनीक की जानकारी
Potato Seminar, Kannauj: इस गोष्ठी का उद्देश्य किसानों को आलू की खेती में नई तकनीकों और उन्नत किस्मों के उपयोग से अवगत कराना था, जिससे वे बेहतर उत्पादन और अधिक मुनाफा कमा सकें.
अंजली शर्मा,कन्नौज: आलू की खेती के लिए प्रसिद्ध कन्नौज में दो दिवसीय आलू गोष्ठी और किसान मेले का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में देशभर के कई राज्यों से आए उन्नतशील किसानों और कृषि वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को आलू उत्पादन की नई तकनीक और अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों के बारे में जानकारी दी. खासकर कुफरी जमुनिया आलू आकर्षण का केंद्र बना रहा, जो देखने में सामान्य आलू से भिन्न है और पोषक तत्वों से भरपूर है. इसे उगाकर किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं.
गोष्ठी का आयोजन और मुख्य आकर्षण
यह कार्यक्रम कन्नौज के कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित किया गया, जहां मेरठ और कानपुर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने आलू की उन्नत खेती की विधियों पर चर्चा की. शिमला से आए किसानों ने बताया कि वहां उगाई जाने वाली आलू की कुछ खास किस्में अब कन्नौज में भी सफलतापूर्वक उगाई जा सकती हैं. इनमें से एक किस्म चुकंदर की तरह दिखने वाली है, जो पोषक तत्वों से भरपूर है और किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभदायक साबित हो सकती है.
अधिकारियों की राय
जिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि कन्नौज में 54,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में आलू की खेती होती है. यह गोष्ठी किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित होगी, क्योंकि यहां किसान वैज्ञानिकों से सीधे सवाल पूछकर उन्नत बीजों की बुवाई और नई तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि आलू की फसल को तकनीकी विधियों से उगाने पर किसानों की आय को दोगुना किया जा सकता है.
कृषि वैज्ञानिकों की सलाह
मेरठ से आए कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार चौहान ने बताया कि कन्नौज में आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है, और किसानों को उन्नत किस्मों के आलू की खेती के बारे में जानकारी दी गई. उन्होंने विशेष रूप से एक खास किस्म के आलू की खेती की सलाह दी, जिससे किसानों को अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है.
इस गोष्ठी का उद्देश्य किसानों को आलू की खेती में नई तकनीकों और उन्नत किस्मों के उपयोग से अवगत कराना था, जिससे वे बेहतर उत्पादन और अधिक मुनाफा कमा सकें.
Tags: Agriculture, Kannauj news, Local18, Potato expensiveFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 15:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed