अंग्रेजों के जमाने के इस पुल को लोगों ने बनाई पसंदीदा जगह सरकार करने जा रही

Lord karjan bridge allahabad: कर्जन पुल प्रयागराज, लखनऊ और अयोध्या को रेलवे और सड़क मार्ग से जोड़ता था जिसके नीचे से ट्रेन गुजरती थी और ऊपर से वाहन आया जाया करते थे. इस कर्जन पुल......

अंग्रेजों के जमाने के इस पुल को लोगों ने बनाई पसंदीदा जगह सरकार करने जा रही
रजनीश यादव /प्रयागराज: आए दिन देश के अलग-अलग हिस्सों से आधे बने हुए और बनकर तैयार हो चुके पुलों के ढ़हने की खबरें आती रहती हैं. कई पुल तो बनते-बनते ही ढह जाते हैं औऱ कुछ पूरी तरह बनने के कुछ ही दिनों के भीतर भरभरा जाते हैं. ऐसे दौर में हम आपको 120 साल पुराने एक पुल के बारे में बताने जा रहे हैं जो आज भी इस्तेमाल हो रहा है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में गंगा नदी पर बना 120 वर्ष पुराना कर्जन पुल आज भी जस का तस का टिका हुआ है. अंग्रेजों के जमाने का या पुल आज भी अपनी मजबूती का लोहा मनवा रहा है. हालांकि, अब यह सेवा में नहीं है लेकिन लोगों ने इसे भी अपने आपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का तरीका खोज ही लिया. कर्जन पुल बन गया पिकनिक स्पॉट प्रयागराज में लगातार पिकनिक स्पॉट बढ़ते जा रहे हैं. मरीन ड्राइव के रूप में चर्चित नागवासुकी मंदिर के किनारे बना रिवर फ्रंट है तो गऊ घाट और सरस्वती घाट फेमस पिकनिक स्पॉट हैं. गंगा नदी पर बना प्रयागराज का कर्जन पुल अपने लोकेशन और सुंदरता की वजह से स्थानीय लोगों के लिए मुख्य पिकनिक स्पॉट बन गया है. यहां आने वाले लोग अक्सर इस पुल से खड़े होकर गंगा नदी में दूर तक का दृश्य देखने का प्रयास करते हैं. यहां से हरा भरा होने के साथ काफी मनोरम दृश्य दिखता है. इसी पुल से गंगा के किनारे स्थित शिवकुटी मंदिर फाफामऊ घाट और दोनों तरफ स्थित ओवर ब्रिज के साथ आने वाले लोग सेल्फी लेते हुए वीडियो शूट करते हुए मिल जाएंगे. करते हैं फिटनेस की तैयारी शहरों में बड़े और खुले मैदान मुश्किल ही मिलते हैं लेकिन, फिटनेस कॉन्शियस लोग विकल्प खोज ही लेते हैं. कर्जन पुल पर फिटनेस के लिए आए उमेश यादव बताते हैं कि जब से हम प्रयागराज में रहकर तैयारी कर रहे हैं तब से सुबह या शाम को एक बार इस कर्जन पुल पर दौड़ने जरूर आते हैं. अगर यहां पुल का एक चक्कर भी पूरा कर लिया जाए तो काफी अभ्यास हो जाता है. एक तरफ से इस पुल की लंबाई 5 किलोमीटर है. 1998 से आवागमन हो गया बंद कर्जन पुल प्रयागराज, लखनऊ और अयोध्या को रेलवे और सड़क मार्ग से जोड़ता था जिसके नीचे से ट्रेन गुजरती थी और ऊपर से वाहन आया जाया करते थे. इस कर्जन पुल की कमजोर होती गुणवत्ता और मजबूती को देखते हुए 1998 में इसे सेवा मुक्त कर दूसरा विकल्प बना लिया गया. यह पुल आज भी मजबूती से खड़ा है जिसको उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पिकनिक स्पॉट बनाने के लिए प्रयास भी किया जा रहा है. Tags: Allahabad news, Local18FIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 19:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed