अपनी बात छुपाने के लिए कुछ बातें की जाती हैं अखिलेश ने मायवती पर किया पलटवार

UP Politics: वैसे तो समाजवादी पार्टी और बसपा के बीच गठबंधन को टूटे हुए पांच साल से अधिक का वक्त हो गया है, लेकिन एक बार फिर से यूपी की सियासत में यह मुद्दा उछाला जा चुका है. मायावती ने गठबंधन टूटने का ठीकरा समाजवादी पार्टी पर फोड़ा तो अखिलेश यादव ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की.

अपनी बात छुपाने के लिए कुछ बातें की जाती हैं अखिलेश ने मायवती पर किया पलटवार
हाइलाइट्स सपा और बसपा गठबंधन टूटने पर पांच साल बाद फिर आरोप-प्रत्यारोप शुरू मायावती ने गठबंधन टूटने की वजह बताई तो अखिलेश यादव ने किया पलटवार लखनऊ. समाजवादी पार्टी और बसपा के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव में हुए ऐतिहसिक गठबंधन और फिर उसके बिखरने के पांच साल बाद एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मायवती के उस दावे पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सपा के वरिष्ठ नेताओं ने बसपा के फ़ोन उठाने बंद कर दिए थे. अखिलेश यादव में कहा कि जिस वक्त गठबंधन टूटने की खबर मिली उस वक्त आजमगढ़ में सपा बसपा के इनता आजमगढ़ में एक साथ मंच साझा कर रहे थे. राजधानी लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव में कहा, “समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने गठबंधन टूटने को लेकर मायावती के दावे पर सवाल खड़े किये हैं. लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि जिस दिन बीएसपी से गठबंधन टूटा, दोनों दल के लोग आजमगढ़ में सार्वजनिक मंच पर थे. मैं खुद भी मौजूद था. किसी को नहीं पता था कि गठबंधन टूट गया. मैने खुद फोन कर पूछना चाहा था कि ऐसा क्यों किया. कभी-कभी अपनी बात छुपाने के लिए कुछ बातें की जाती हैं.” मायावती ने सपा को ठहराया था जिम्मेदार दरअसल, मायावती ने एक बुकलेट छपवाई ही, जिसमें उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के बाद सपा के साथ गठबंधन टूटने का जिक्र किया गया है. उन्होंने दवा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद जब परिणाम आया तो बसपा को 10 सीटें मिली और सपा को पांच पर जीत हासिल हुई. इसके बाद अखिलेश यादव समेत सपा के अन्य वरिष्ठ नेता बसपा नेताओं का फोन उठाना बंद कर दिया था. इसके बाद बसपा के स्वाभिमान को ध्यान में रखते हुए गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया. मायावती द्वारा लिखित इस बुकलेट को पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में बांटा जा रहा है. Tags: Akhilesh yadav, BSP chief Mayawati, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed