G-7 समिट में देश की बढ़ती साख पीएम मोदी के नेतृत्व में विश्व चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की जरूरत

G-7 Summit in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी में आयोजित G-7 समिट में शामिल होने के लिए रवाना हो गए हैं. खास बात है कि भारत को नियमित रूप से इस शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया जा रहा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, यह इस बात का प्रमाण है कि पश्चिमी देश यह मानने लगे हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व विश्व के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को भागीदार बनाने की जरूरत है.

G-7 समिट में देश की बढ़ती साख पीएम मोदी के नेतृत्व में विश्व चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की जरूरत
नई दिल्ली: G-7 समिट में भारत को नियमित रूप से आमंत्रित किया जा रहा है जो कि इस बात का प्रमाण है कि पश्चिमी देश यह मानने लगे हैं कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व विश्व के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को भागीदार बनाने की जरूरत है. सरकार से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने up24x7news.com से यह बात कही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जर्मनी में आयोजित G-7 शिखर सम्मेलन के लिए रवाना हुए. भारत ने 2019 में बियार्रीटज समिट और 2021 में कॉर्नवाल समिट दोनों में हिस्सा लिया था. पीएम मोदी शनिवार को जर्मनी में जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए रवाना हुए। भारत ने 2019 में Biarritz शिखर सम्मेलन, जिसमें व्यक्तिगत रूप से भागीदारी थी, और 2021 में कॉर्नवाल शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जहां भारत की भागीदारी एक आभासी प्रारूप में थी. वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने up24x7news.com से कहा कि, QUAD, I2U2 और BRICS जैसे कई अन्य विविध, बहुपक्षीय समूहों में एक सक्रिय भागीदार के रूप में, शिखर सम्मेलन दुनियाभर में किसी भी जरूरी समाधान और कार्यान्वयन के लिए भारत की अनिवार्यता को और स्थापित करेगा. श्लॉस एलाऊ में G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान जलवायु, स्थायी निवेश, वैश्विक खाद्य सुरक्षा, वैश्विक स्वास्थ्य और लोकतंत्र के लिए समर्पित ठोस पहल व भागीदारी पर चर्चा होने की संभावना है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, “भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और इसने इन क्षेत्रों में नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभाई है, जिससे यह G-7 देशों के लिए एक आदर्श भागीदार बन गया है.” G20 की अध्यक्षता करेगा भारत भारत इस साल के आखिरी में इंडोनेशिया से G20 की अध्यक्षता संभाल रहा है और G20 के रैंक में G7 के सभी सदस्य शामिल हैं. “उनका समर्थन भारत की आगामी G20 प्रेसीडेंसी की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा. इंडोनेशिया भी उन साझेदार देशों में से एक है जिन्हें G-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है. ‘ब्रिक्स देशों में आपसी सहयोग बढ़ना नागरिकों के लिए फायदेमंद’, 14वें समिट में बोले पीएम नरेंद्र मोदी अधिकारियों ने यह भी कहा कि भारत ऊर्जा सुरक्षा और ऊर्जा ट्रांजिशन जैसे वैश्विक मुद्दों पर सबसे आगे है जो G-7 में शामिल होगा. G7 शिखर सम्मेलन के तहत निवेश, टेक्नोलॉजी और नए व अतिरिक्त जलवायु वित्तपोषण हासिल करने के लिए करीबी साझेदारी बनाने के अवसर मिलेंगे. भारत इन वैश्विक मुद्दों पर सबसे आगे है और क्लाइमेट चेंज, कार्बन प्राइसिंग, महामारी की रोकथाम, बौद्धिक संपदा से संबंधित मुद्दों, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक स्टॉक होल्डिंग्स पर एक नया दृष्टिकोण अपनाएगा. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर 26-27 जून, 2022 को जर्मन प्रेसीडेंसी के तहत G-7 शिखर सम्मेलन के लिए शोलज एलमाऊ पहुंचेंगे. शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी के दो सत्रों को संबोधित करने की उम्मीद है. जिसमें पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे मुद्दे शामिल हैं. G7 शिखर सम्मेलन का निमंत्रण भारत और जर्मनी के बीच मजबूत और घनिष्ठ साझेदारी और उच्च स्तरीय राजनीतिक संपर्कों की परंपरा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. प्रधान मंत्री मोदी इससे पहले इस साल 2 मई को जर्मनी की यात्रा पर गए थे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: G7 Meeting, Narendra modi, PM ModiFIRST PUBLISHED : June 25, 2022, 15:55 IST