आवाज नीचे भरी आदालत में CJI ने वकील की लगाई क्लास भाषण नहीं दे रहे हैं
आवाज नीचे भरी आदालत में CJI ने वकील की लगाई क्लास भाषण नहीं दे रहे हैं
सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर रेप-हत्या मामले में सुनवाई के दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ और वकीलों में तीखी बहस दिखी. कोर्ट में तेज आवाज में अपनी बात रखने और दूसरे पक्ष के वकील की बात को दबाने की कोशिश करने पर सीजेआई ने आवाज नीचे करने की नसीहत दे दी.
नई दिल्ली. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या मामले पर सुनवाई हो रही थी. इस दौरान शीर्ष कोर्ट में एक अजीब वाकया देखने को मिला. सीजेआई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ और वकीलों में तीखी बहस दिखी. भारतीय जनता पार्टी के नेता और वकील कौस्तव बागची को चीफ जस्टिस फटकार लगाते हुए कहा कि आप तीन जस्टिस की पीठ को संबोधित कर रहे हैं ना कि कोर्ट के बाहर गैलरी में खड़े लोगों को. इतनी तेज आवाज बोलने का क्या मतलब है. मैं पिछले 2 घंटे से आपके व्ययवहार पर गौर रहा हूं. आप किसी कॉन्फ्रेंस या जो ऑनलाइन इस सुनवाई को देख रहे हैं, उनको संबोधित कर रहे है? हालांकि बागची ने बाद में पीठ से माफी मांग ली थी.
शीर्ष कोर्ट में सीजेआई चंद्रचूड़, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ सोमवार को कोलकाता के आरजी कर ट्रेनी लेडी डॉक्टर की रेप और हत्या पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान पंश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल हत्या के डॉक्टरों द्वारा प्रदर्शन पर अपनी बात रख रहे थे. इस पर बागची और कई वकीलों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि एक वरिष्ठ वकील अदालत में इस तरह का बयान कैसे दे सकता है.
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आदालत में उनके इस तरह से तेज आवाज में संबोधन से सीजेआई नराज हो गए और उनकी कम आवाज में संबोधन की नसीहत दे डाली. सीजेआई ने कहा, ‘क्या आप अदालत के बाहर गैलरी को (लोगों) संबोधित करने की कोशिश कर रहे हैं? मैं पिछले दो घंटों से आपके व्यवहार पर गौर कर रहा हूं. क्या आप अपनी आवाज धीमी कर सकते हैं? मुख्य न्यायाधीश की बात सुनें, अपनी आवाज धीमी करें. आप अपने सामने बैठे तीन न्यायाधीशों को संबोधित कर रहे हैं, न कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर इस कार्यवाही को देख रहे बड़ी संख्या में दर्शकों को.’ इसके बाद बागची ने अदालत से माफी मांगी.
वहीं, इस दौरान सुनवाई के दौरान एक साथ कई वकीलों ने अलग-अलग मुद्दों पर बहस करना शुरू कर दिया. इसके बाद सीजेआई और भी भड़क गए. उन्होंने सबको शांत कराने की कोशिश करते हुए कहा, ‘मैं इस तरह की वकालत का आदी नहीं हूं जहां 7-8 लोग एक ही समय में बहस कर रहे हों.’
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, ट्रेनी डॉक्टर की रेप-हत्या की फॉरेंसिक जांच पर फोकस रही. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को अगले मंगलवार तक नई रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है. साथ ही सीबीआई ने फोरेंसिक रिपोर्ट को हरी झंडी दे दी है. लेकिन एक बड़ा सवाल ये भी उभरा है कि ‘नमूने किसने इकट्ठा किए थे.
Tags: DY Chandrachud, Supreme CourtFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 07:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed