इस वजह से तालाब में मछलियां पड़ती है बीमार बचाने के लिए आजमाएं यह तरीका

मत्स्य निरीक्षक शशांक नमन ने बताया कि मछलियों को बीमार होने से बचाने के लिए समय-समय पर पानी की गुणवत्ता की जांच करते रहें. तालाब में ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए एयरेटर सिस्टम या पंप का प्रयोग करें. नियमित रूप से तालाब की साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव के लिए दवा का उपयोग करें. ऐसा कर मछलियों को बीमार होने से बचा सकते हैं.

इस वजह से तालाब में मछलियां पड़ती है बीमार बचाने के लिए आजमाएं यह तरीका
रायबरेली. ग्रामीण अंचल से लेकर शहरी क्षेत्र में मछली पालन लोगों के लिए प्रमुख व्यवसाय के तौर पर उभर रहा है. लोग मछली पालन कर बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं. सरकार भी मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है और मछली पालक इसका लाभ भी ले रहे हैं. लेकिन, मछली पालन करने वाले लोग तालाब में मछलियों के मरने से ज्यादा परेशान रहते हैं. इससे काफी नुकसान भी हो जाता है. मछली पालकों के लिए तालाब में मछलियों की बीमार होने से बचाना बड़ी चुनौती है. मत्स्य निरीक्षक ने इससे निपटने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. इसको अपनाकर नुकसान को कम कर सकते हैं. इन कारणों से मछलियां पड़ जाती है बीमार रायबरेली के मत्स्य निरीक्षक शशांक नमन ने लोकल 18 को बताया कि तालाब में मछलियों में बीमारी फैलने का मुख्य कारण पानी की गुणवत्ता में गिरावट, तापमान में अचानक बदलाव या प्रदूषण हो सकता है. खासकर जब तालाब के पानी का तापमान बदलता है या फिर तालाब में प्रदूषण बढ़ता है तो मछलियों में संक्रमण और बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि कई बार तालाब में फंगस या बैक्टीरिया का संक्रमण मछलियों के लिए हानिकारक हो जाता है. इस दौरान मछलियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम पड़ने लगती है. जिससे वह जल्दी बीमार पड़ जाती है. तालाब किनारे लगाएं प्राकृतिक पौधे शशांक नमन ने बताया कि मछलियों को बीमार होने से बचाने के लिए समय-समय पर पानी की गुणवत्ता की जांच करते रहें. तालाब में ऑक्सीजन की कमी ना हो इसके लिए एयरेटर सिस्टम या पंप का प्रयोग करें.  नियमित रूप से तालाब की साफ सफाई करें और संक्रमण से बचाव के लिए उचित दवा का उपयोग कर तालाब में मछलियों को बीमार होने से बचा सकते हैं. तालाब के किनारे वैसे प्राकृतिक पौधों का रोपण करें जो पानी को शुद्ध करने और मछलियों के लिए आवास प्रदान करने में सहायक होते हैं. साथ ही यदि तालाब में पानी का प्रवाह धीमा है, तो उसे नियमित रूप से ताजा पानी डालें. इससे पानी की गुणवत्ता बेहतर रहेगी और तालाब में किसी भी प्रकार के फंगस या बैक्टीरिया पैदा नहीं होगा.इन उपाय को अपनाकर मछली पालक मछलियों को मरने से बचा सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Rae Bareli News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 19:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed