साहिबाबाद से मेरठ के बीच जल्द दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन जानें रूट और किराया
साहिबाबाद से मेरठ के बीच जल्द दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन जानें रूट और किराया
Meerut News: मेरठ को जल्द रैपिड रेल का तोहफा मिलने वाला है. फिलहाल रैपिड रेल का ट्रायल लगातार हो रहा है. यह स्टेशन मेरठ के बॉर्डर पर है. मेरठ साउथ से नमो भारत ट्रेनों का संचालन आरंभ होने से लोग लगभग 30 मिनट में दिल्ली पहुंच सकेंगे. सूत्रों के मुताबिक 24 जून से ट्रेनों का परिचालन नियमित रूप से शुरू हो सकता है. आइये जानते हैं प्रीमियम श्रेणी का किराया कितना होगा....
मेरठ. इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं. मेरठ को रैपिड रेल का तोहफा मिलने वाला है. मेरठ साउथ स्टेशन तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार हैं. यहां आजकल रैपिड रेल का ट्रायल लगातार हो रहा है. हर पंद्रह मिनट में मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक ट्रेन चल रही है. सफल ट्रायल को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द इसे आधिकारिक तौर पर हरी झंडी दिखाई जा सकती है.
फिलहाल आरआरटीएस कॉरिडोर पर साहिबाबाद से लेकर मोदी नगर नॉर्थ तक 34 किमी के सेक्शन में नमो भारत ट्रेनें चलती हैं. इस सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुराद नगर, मोदी नगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ कुल आठ स्टेशन हैं. सभी स्टेशनों पर पार्किंग की व्यवस्था है, लेकिन मेरठ साउथ स्टेशन पर आरआरटीएस कॉरिडोर की सबसे बड़े पार्किंग होगी.
यह स्टेशन मेरठ के बॉर्डर पर है. इस ट्रेन के चलने से मोहिउद्दीनपुर, भूडबराल, बहादुरपुर, अमीनगर, छज्जुपुर, खरखौदा और कादराबाद समेत आसपास के अन्य इलाकों में रहने वाले लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी. मेरठ साउथ से नमो भारत ट्रेनों का संचालन आरंभ होने से लोग लगभग 30 मिनट में दिल्ली पहुंच सकेंगे.
आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ साउथ स्टेशन, मेरठ क्षेत्र का पहला स्टेशन होगा. इस स्टेशन पर आरआरटीएस ट्रेनों के साथ ही मेरठ क्षेत्र के लिए मेट्रो सेवाएं भी संचालित होंगी. यहां आरआरटीएस ट्रेनों के लिए 2 ट्रैक बनाए गए हैं. मेरठ में स्थानीय मेट्रो सेवा एमआरटीएस ट्रेनों के संचालन के लिए एक ट्रैक बनाया गया है. इस स्टेशन पर कुल 3 ट्रैक और 3 प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं. स्टेशन में ग्राउंड, मैजनीन, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म, कुल तीन लेवल होंगे. स्टेशन की लंबाई लगभग 215 मीटर, चौड़ाई लगभग 36 मीटर और ऊंचाई लगभग 22 मीटर है.
मेरठ में मेट्रो स्टेशनों के बीच एक से दो किमी कि दूरी होगी और मेट्रो स्टेशनों का आकार भी आरआरटीएस स्टेशनों कि तुलना में छोटा होगा. मेरठ में कुल 13 स्टेशन होंगे, जिनमें 4 स्टेशन मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम डिपो आरआरटीएस स्टेशन होंगे, जहां नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों ट्रेन सेवाएं उपलब्ध होंगी, जबकि अन्य स्टेशन मेरठ मेट्रो के स्टेशन होंगे, जहां सिर्फ मेट्रो सेवा ही मिलेगी, नमो भारत ट्रेनें इन स्टेशनों को नॉन स्टॉप पार करती हुई आगे बढ़ेंगी.
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश में मेरठ साउथ स्टेशन पर सबसे बड़ी पार्किंग बनाई जा रही है. स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर दो पार्किंग बनाई जा रही हैं, जिनका निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है. मेरठ साउथ स्टेशन पर जल्द नमो भारत ट्रेनों में सफर करने की सुविधा उपलब्ध होगी.
इस स्टेशन पर लगभग 13000 स्क्वायर मीटर के क्षेत्रफल में दो पार्किंग बनाई जा रही है. इन दोनों पार्किंग में लगभग 1200 चौपहिया और दुपहिया वाहनों के खड़ा करने की व्यवस्था होगी. दोनों पार्किंग में ऑटो रिक्शा खड़े करने की भी सुविधा उपलब्ध होगी. इस स्टेशन पर मेरठ और दिल्ली दोनों ओर से आने वाले वाहनों के लिए स्टेशन में पिकअप और ड्रॉपऑफ की सुविधा के लिए विशेष प्रावधान किया गया है. स्टेशन को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि मेन रोड से आने वाले वाहन आसानी से यात्रियों को स्टेशन पर उतार व चढ़ा सकेंगे.
इसके साथ ही यहां पर दिव्यांग यात्रियों के आवागमन को ध्यान में रखते हुए अलग से उनके वाहन खड़े करने का स्थान निर्धारित किया गया है और स्टेशन में आसान प्रवेश के लिए रैम्प भी बनाए गए हैं, ताकि उन्हें नमो भारत ट्रेन में यात्रा के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. पार्किंग में यात्रियों के इलैक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए विशेष तौर पर ईवी चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे. नमो भारत ट्रेन में यात्रा के दौरान ही यात्री अपने ई-वाहनों को स्टेशन पर चार्जिंग कर पाएंगे. इससे ई-वाहन धारकों के लिए वाहन चार्जिंग करना बेहद आसान हो जाएगा. यहां दुपहिया और चौपहिया दोनों प्रकार के ई-वाहनों को चार्ज करने की सुविधा मिलेगी.
Tags: Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 22:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed