इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी का कमालगोबर से हुआ मालामाल! कमाई जान हो जाएंगे हैरान
इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी का कमालगोबर से हुआ मालामाल! कमाई जान हो जाएंगे हैरान
शाहजहांपुर नगर के रहने वाले आनंद अग्रवाल जो पिछले 25 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक का कारोबार कर रहे हैं. लेकिन डेढ़ वर्ष पहले शहर से सटे हुए गांव मऊ खालसा में दो एकड़ जमीन पर वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम शुरू किया. यहां अब हर महीने 700 से 800 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन कर रहे हैं.
सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : शाहजहांपुर का एक इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी, जो वर्मी कंपोस्ट और वर्मी वॉश बेचकर महीने में लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. खास बात यह है कि इस शख्स के पास एक भी पशु नहीं है और ना ही इसके पास खुद की जमीन. उसके बावजूद भी यह लीज पर जमीन लेकर किसानों और डेयरी मालिकों से गोबर खरीद कर वर्मी कंपोस्ट तैयार कर रहे हैं.
शाहजहांपुर नगर के रहने वाले आनंद अग्रवाल जो पिछले 25 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक का कारोबार कर रहे हैं. लेकिन डेढ़ वर्ष पहले शहर से सटे हुए गांव मऊ खालसा में दो एकड़ जमीन पर वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम शुरू किया. यहां अब हर महीने 700 से 800 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन कर रहे हैं. वर्मी कंपोस्ट से उनको करीब 40% से 50% तक मुनाफा होता है.
वर्मी कंपोस्ट और वर्मी वॉश की कीमत
वर्मी कंपोस्ट को तैयार करने के दौरान निकलने वाले वर्मी वॉश को भी वह बेच देते हैं. गर्मियों के दिनों में उनके यहां हर महीने करीब 10 हजार लीटर वर्मी वॉश तैयार होता है. 25 लीटर वर्मी वॉश की कीमत 250 रुपए है जबकि 50 लीटर वर्मी वॉश की कीमत 500 रूपए रखी है. इसके अलावा 1 किलो वर्मी कंपोस्ट की कीमत 20 रुपए, 2 किलो वर्मी कंपोस्ट 30 रुपए, 5 किलो वर्मी कंपोस्ट 75 रूपए, 10 किलो वर्मी कंपोस्ट125 रूपए, 50 किलो वर्मी कंपोस्टकी कीमत 400 रुपए तय की है.
5 लाख से शुरू किया था काम
आनंद अग्रवाल ने वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए मेरठ से केंचुए मंगवाए. पूरा यूनिट शुरू करने के लिए करीब 5 लाख रुपए की लागत लगानी पड़ी. आनंद डेयरी और गौशालाओं से गोबर खरीद कर वर्मी कंपोस्ट तैयार करते हैं. उनके यहां तैयार होने वाली वर्मी कंपोस्ट खाद और वर्मी वाश को किसान, नर्सरी का काम करने वाले और किचन गार्डन में इस्तेमाल करने वाले लोग आकर ले जाते हैं.
12 लोगों को दिया रोजगार
वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले आनंद अग्रवाल ने करीब एक दर्जन परिवारों को रोजगार भी दे रहे है. आनंद अग्रवाल का कहना है कि वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए उनके साथ करीब 12 लोग रोजाना काम करते हैं. आनंद अग्रवाल वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के साथ-साथ वह किसानों को वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं. इसके अलावा किसानों को वह केंचुआ भी मुहैया कराते हैं.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 11:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed