इस आइडिया ने बदली किसान की किस्मत बिना अपनी जमीन के कमा रहे मोटा मुनाफा

दिवाकर बताते हैं कि वह साल में दो फसलों की खेती करते हैं. जिनमें अगस्त से फरवरी तक सिंघाड़ा और मार्च से जुलाई तक वह मौसमी सब्जियां तोरई ,लौकी, कद्दू की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. साथ ही वह बताते हैं कि दोनों फसलों को मिलाकर एक वर्ष में में लगभग 40 से 50 हजार रुपए का खर्च आता है

इस आइडिया ने बदली किसान की किस्मत बिना अपनी जमीन के कमा रहे मोटा मुनाफा