आठवीं पास ने शुरू किया ऐसा बिजनेस कम समय में बदल गई जिंदगी लाखों में कमाई

Pig Farming Kaise Kren: रायबरेली के रहने वाले कुलदीप कुमार मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे. लेकिन, उनके एक दोस्त ने उन्हें सूअर पालन का आइडिया दिया. फिर क्या था दोस्त के आइडिया ने उनकी जिंदगी बदलकर रख दी. अब वह सूअर पालन से सालाना लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं.

आठवीं पास ने शुरू किया ऐसा बिजनेस कम समय में बदल गई जिंदगी लाखों में कमाई
आजमगढ़. जिले की पुलिस ने दो अर्न्तजनपदीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. यह साइबर ठग फर्जी पतों पर खाता खुलवाकर ठगी की घटना को अंजाम दिया करते थे. आरोपियों ने दो करोड़ 74 लाख से अधिक की ठगी की घटना को अंजाम दिया है. इस पूरे सिंडीकेट का गैंग लीडर दाऊद और जमीरूद्दीन है जो कि झारखंड के जामताड़ा का रहने वाला है. मौके से तीन आरोपी फरार हो गए जिनकी तलाश की जा रही है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से तीन मोबाइल फोन, दो पैनकार्ड, पांच आधार कार्ड, एक आधार कार्ड की छाया प्रति व भिन्न भिन्न खातों की ट्रांजेक्शन सूची (कुल 29 बैंक खातो से 2,74,14695 की ठगी की घटना को अंजाम दिया है. साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी शुभम अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 25 अगस्त को आजमगढ़ जिले के साइबर थाने को सूचना प्राप्त हुई की कुछ व्यक्ति झारखंड के जामताड़ा के साइबर अपराधियों से मिलकर फर्जी पते पर फर्जी खाते खुलवाकर फर्जी मोबाइल नंबरों की फिडिगं कराकर साइबर फ्राड का पैसा खाते में मंगवाते हैं. पैसों को एटीएम कार्ड से निकालकर कमीशन का 25% रुपया अपने पास रखते है तथा बाकी पैसा जामतारा गैंग के विभिन्न बैंक खाते में भेज देते हैं. दो युवकों को लिया हिरासत में जबकि 3 हुए फरार मामले का खुलासा करते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल ने बताया कि तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए साइबर क्राइम टीम आजमगढ़ द्वारा लोकेशन के आधार पर साइबर टीम के प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय की टीम ने रानी की सराय चेक पोस्ट से अभियुक्त मोहम्मद फैसल जो कि थाना बरदह का रहने वाला है और कुलदीप गौतम जो कि जो कि निजामाबाद थाना क्षेत्र का रहने वाला है को हिरासत में लिया गया. जबकि तीन साथी मौके से फरार हो गए. फर्जी नाम पता देकर लोगों की मदद से खुलवाते थे बैंक खाते पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम पांच लोग मिलकर साइबर ठगी का काम करते हैं. गैंग का लीडर दाऊद और जमीरूद्दीन अंसारी है जो कि जामताड़ा झारखंड का रहने वाला है. ऐसे व्यक्ति जिनको पैसों की आवश्यकता होती है उन्हें पैसों का लालच देकर उनके आधार कार्ड में फर्जी नाम, पता व मोबाइल नम्बर फीड कराकर, उसकी मदद से बैंकों में खाते खुलवाये जाते हैं. खाताधारकों को प्रति खाता 3-4 हजार रूपये दिया जाते हैं तथा उनके एटीएम कार्ड, चेकबुक लेकर फ्राड के रूपयों का लेन देन किया जाता है. 25% कमीशन मिलता था और बाकी रकम दूसरे खातों में करते थे जमा दाऊद ने फैसल के साथ मिलकर कुलदीप और मुन्नी लाल के आधार कार्ड में फर्जी मोबाइल नंबर व फर्जी पते की फीडिंग करवा कर फर्जी पते पर कई सिम कार्ड व लगभग 16 खाते खुलवाये है. दाऊद जिसमे साइबर फ्राड के रुपये जामतारा गैंग के साइबर ठगो से मंगवाता हैं. यथा समय दाऊद के बताने पर फैसल, अफसर व दाउद मिलकर कुलदीप व मुन्नीलाल के खातो के एटीएम कार्ड से पैसे निकालकर अपना कमीशन का 25% काटने के बाद शेष पैसा दाऊद व जामतारा गैंग के साइबर ठगो द्वारा बताये गये जामतारा झारखण्ड के विभिन्न बैंक खाते में जमा कर देते हैं. ऑनलाइन ठग से कमाते थे लाखों, करोड़ों का लेनदेन पकड़ाया अभियुक्तों ने जामतारा गैंग के साइबर ठगों के सहयोग से देश के विभिन्न राज्यों के आमजन मानस को कॉल करके आनलाइन साइबर ठगी किये हैं. साइबर ठगी से प्राप्त रूपयों को हम लोग आपस में बांट लेते हैं. अभियुक्तों के पास से बरामद ट्रांजेक्शन सूची से कुल 29 बैंक खातों से लगभग दो करोड़ 75 लाख का साइबर ठगी का लेन-देन होना पाया गया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों फैसल और कुलदीप गौतम को जेल भेजा जा रहा है जबकि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. इस पूरे ऑपरेशन को इंस्पेक्टर विमल प्रकाश राय, मनीष सिंह, सभाजीत मौर्या, संजय कुमार ने अंजाम दिया. Tags: Azamgarh crime news, Azamgarh news, Azamgarh Police, Cyber Crime, Cyber Crime News, Cyber Fraud, Cyber police, Cyber thugsFIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 16:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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