मामूली बातों पर जान दे रहे आपके अपने डॉ विजय निरंजन से जानें अपनों का ख्याल रखने के टिप्‍स

Indore News: इंदौर शहर में हाल ही में हुई लगातार आत्महत्याओं के मामलों से दशहत है. दरअसल टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर के बाद दो अन्‍य मामलों ने पूरे शहर को झकझोर दिया है. आइए जानें शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक और मनोवैज्ञानिक डॉ. विजय निरंजन से अपनों को बचाने के तरीके.

मामूली बातों पर जान दे रहे आपके अपने डॉ विजय निरंजन से जानें अपनों का ख्याल रखने के टिप्‍स
रिपोर्ट: अंकित परमार इंदौर. मध्‍य प्रदेश के इंदौर शहर में लगातार आत्महत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं. टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर, तीन छात्राएं और अब इंटीरियर डिजाइनर के द्वारा जानलेवा कदम उठाया गया, लेकिन सबसे चौंकाने वाला मामला तीन छात्राओं के द्वारा एक साथ जहर खाने का था, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है. सीहोर की रहने वाली तीनों लड़कियों ने एक साथ इंदौर आकर जहर खा लिया था. भंवरकुआ थाना प्रभारी शशिकांत कनकने के अनुसार, तीन नाबालिग युवतियों द्वारा सल्फास की गोली खाने से पहले एक वीडियो आष्टा के स्कूल में बनाया था, जो पुलिस को मिला है. वीडियो बनाने के बाद इंदौर आकर उनके द्वारा गोलियों का सेवन किया था. इस वज‍ह से दो नाबालिग युवतियों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है. वहीं, एक नाबालिग युवती की हालत खतरे से बाहर है और उसके बयान लिए गए हैं. तीनों दोस्तों के जहर खाने के कारणों पर अगर बात करें तो एक युवती ने इसलिए सल्फास की गोली खाई थी कि उसका बॉयफ्रेंड उससे मिलने नहीं आ रहा था. जबकि दूसरी युवती अपने परिजनों की किसी बात को लेकर नाराज थी, लेकिन तीसरी युवती के जहर खाने का कारण थोड़ा अजीब है. उसने बताया कि वो दो दोस्तों के जहर खाने के बाद डर गई थी जिसके बाद उसने भी जानलेवा कदम उठाया. इस मामले के पीछे का मनोवैज्ञानिक कारण जानने और बाकी परिजन अपने बच्चों को कैसे इस तरह के कदम उठाने से रोकें उसके लिए न्यूज़ 18 ने प्रसिद्ध चिकित्सक और मनोवैज्ञानिक डॉ. विजय निरंजन से बात की है. डॉ. विजय ने बताया कि इस तरह की सुसाइड को ‘कॉपीकैट’ सुसाइड कहा जाता है. एक को देखकर दूसरे व्यक्ति में इस तरह की मेंटैलिटी बनी और उसने भी अपने आप को उस जगह पर रिलेट किया कि उसकी लाइफ भी बेकार है. इस केस में तीनों सुसाइड करने वाली लड़कियों में दो लड़कियों को निजी तौर पर कुछ समस्याएं थी. एक लड़की का अपने माता-पिता से तो वहीं दूसरी का अपने बॉयफ्रेंड से झगड़ा चल रहा था, लेकिन तीसरी लड़की कॉपीकैट मेंटैलिटी का शिकार हुई. पुलिस को दिए बयान में भी इस लड़की ने यही बताया था कि वह दोनों दोस्तों को देखकर डर गई थी. उसे लगा कि अगर यह दोनों नहीं रहेगी तो उसे भी नहीं जीना चाहिए. ऐसे रखें अपना का ध्‍यान मनोचिकित्सक डॉ. विजय निरंजन ने बताया कि पालकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों का स्वआंकलन या सेल्फ स्टीम किसी एक चीज के आसपास ना रह जाए. उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जिस तरह से हम अपने आर्थिक इन्वेस्टमेंट को डायवर्सिफाई करते हैं जैसे कि स्टॉक, एफडी, रियल स्टेट या अन्य क्षेत्रों में हम थोड़ा-थोड़ा इन्‍वेस्‍ट करते हैं, ताकि एक जगह से रिटर्न ना आए तो किसी दूसरी जगह से हमारी आर्थिक ग्रोथ होती रहे. इसी प्रकार से हमें अपने बच्चों की सेल्फ स्टीम या यूं कहें कि उनके जीवन का लक्ष्य डायवर्सिफाई कर देना चाहिए. साथ ही कहा,’पालकों को बच्‍चों को बचपन से ही इस तरह की शिक्षा देनी चाहिए कि वह अपने लक्ष्यों को अलग-अलग क्षेत्र में निर्धारित करें. चाहे वह शिक्षा से संबंधित हो, मां बाप से, दोस्तों से, रचनात्मक गतिविधियों से या खेलकूद से जुड़ा हुआ हो. जिससे कि उन्हें जीवन की असली और बड़ी समस्याओं से जूझते वक्त यह महसूस ना हो कि वह एक फेलियर हैं. उन्हें यह महसूस होता है कि वह भले ही एक या दो क्षेत्रों में बेहतर नहीं कर पा रहे हों, लेकिन बाकी चीजों में वे बेहतर और औरों से अच्छा कर रहे हैं. इस प्रकार का भाव बच्चों को जीवन भर प्रोत्साहित रहने में मदद करता है. बच्‍चों से लगातार संवाद जरूरी डॉक्टर विजय ने बताया कि बहुआयामी एक्स्पोजर देने के लिए सबसे अहम बात बच्चों से बालकों का लगातार संवाद होना है. अगर बेहतर संवाद हो तो हम बच्चों को यह बता सकते हैं कि उनका जीवन एक व्यक्ति या किसी एक लक्ष्य के लिए ही नहीं है. बहुआयामी एक्सपोजर और उससे जुड़ी जानकारी पालकों और शिक्षकों के ही द्वारा अपने बच्चों को बचपन से ही देना चाहिए. प्रेरणादायक किताबें और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देते रहने चहिए. जिससे हम उनके भविष्य को स्थिर बनाने में मदद कर सकते हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Indore crime, Indore news, Indore PoliceFIRST PUBLISHED : November 04, 2022, 16:53 IST