चौकस हैं यहां की कचौड़ी का स्वाद रोजाना चट हो जाती है10 हजार प्लेट

सदर तहसील के गेट पर बनी कैंटीन की कचौड़ी के स्वाद का जलवा 70 साल से बना हुआ है. कचौड़ी ही नहीं, यहां का मूंग दाल का मांगोड़ा भी अपनी अलग ही पहचान रखता है. हर दिन करीब 10 हजार प्लेट ग्राहक चट कर जाते हैं.

चौकस हैं यहां की कचौड़ी का स्वाद रोजाना चट हो जाती है10 हजार प्लेट
मथुरा /निर्मल कुमार: कृष्ण नगरी मथुरा में आपको हर गली मुहल्ले में खाने के जादूगर मिल जाएंगे. कहीं की लस्सी, तो कहीं की कचौड़ी खाने के शौकीन किसी न किसी दुकान पर मिल जाएंगे. यहां सदर तहसील के गेट के पास एक पुरानी दुकान है, जिसका स्वाद 70 सालों बरकरार है. यहां कचौड़ी खाने के लिए लोग जिले भर से पहुंचते हैं. सदर तहसील के गेट पर बनी कैंटीन की कचौड़ी के स्वाद का जलवा 70 साल से बना हुआ है. कचौड़ी ही नहीं, यहां का मूंग दाल का मांगोड़ा भी अपनी अलग ही पहचान रखता है. हर दिन करीब 10 हजार प्लेट ग्राहक चट कर जाते हैं. दुकान स्वामी ओमचंद सैनी ने बताया कि दूसरी पीढ़ी दुकान संभाल रही है. हमारा जन्म नहीं हुआ, उससे पहले पिता जी ने काम शुरू किया था. उन्होंने बताया कि पिता जी पहले एक डला में रखकर कचौड़ी और मूंग डाल के मांगोड़े सिर पर रखकर बेचने आते थे. पिता जी कई साल तक पैदल सामान बेचने आते थे. फिर उन्होंने बताया कि कचौड़ी बेचने के लिए एक ठेला ख़रीदा. धीरे धीरे फिर तहसील कि कैंटीन में काम शुरू किया. कैंटीन में करीब 10 साल हो गए कचौड़ी, जलेबी, मूंग दाल के मांगोड़े बेचते हुए. पहले कचौड़ी 2 रूपये की मिलती थी और अब 12 रूपये की कचौड़ी लोगों को खिला रहे हैं. शुद्ध सरसों के तेल में बनती है कचौड़ी आगे सैनी ने बताया कि शुद्ध सरसों का तेल में कचौड़ी और अन्य सामान बनाते हैं. यहां की कचौड़ी इतनी स्वादिष्ट होती है कि एक बार खने के बाद ग्राहक खुद दोबारा खाने चला आता है. Tags: Food, Local18, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 16:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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