नोयडा में एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा प्राधिकरण का ये है प्लान

प्राधिकरण के अधिकारियों की माने तो नियोजन विभाग की तरफ से इस प्रस्ताव को प्राधिकरण की बोर्ड मीटिंग में रखा जाएगा. सबकुछ सही रहा तो इसका अप्रूवल मिलने के बाद इसको लागू कर दिया जाएगा. एफएआर पर्चेबल होने की वजह से प्राधिकरण को इसका अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होगा और उसका कारण है यह है कि नोएडा में जमीन कम है.

नोयडा में एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा प्राधिकरण का ये है प्लान
नोएडा. वैसे तो नोएडा में हजारों कंपनियों में लाखों युवा नौकरी कर रहे हैं, लेकिन एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा फ्लैटेड फैक्ट्री का मॉडल का प्लान तैयार किया जा चुका है. नए विकसित होने वाले औद्योगिक सेक्टर का एफएआर 3.5 किया जाएगा. 24 मीटर या इससे अधिक चौड़ी सड़क पर आवंटित प्लाट पर ही उपलब्ध होगा, ताकि फैक्ट्री के फ्लोर को बढ़ाया जा सके. अभी तक सिर्फ 2 एफएआर है. सरल भाषा में कहें तो कोई भी व्यापारी बिल्डिंग में फ्लोर बढ़ाने के लिए 1.5 एफएआर तक खरीद सकते है. पांच हजार से ज्यादा रजिस्टरर्ड है MSME कंपनी आपको बता दें कि फिलहाल नोएडा में 5 हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड एमएसएमई कंपनियां हैं. उम्मीद है आने वाले समय में ये संख्या और बढ़ेगी. इन सभी कंपनियों को कंपोनेंट व अन्य छोटे उपकरणों की जरूरत होगी. ये छोटे कंपोनेंट एमएसएमई कारोबारी ही अपने यहां तैयार करते हैं. उन्हीं एमएसएमई कारोबारियों के लिए ये प्लॉट की स्कीम प्राधिकरण लेकर आया है. प्राधिकरण फ्लैटेड इंडस्ट्री लेकर इसलिए आ रहा है, ताकि इमारतों में बढ़े फ्लोर को किराए पर एमएसएमई वाले व्यापारी ले सके और अपने व्यापार को बढ़ा सके. इससे रोजगार की संख्या में वृद्धि होगी. एक्सप्रेस वे वाले सेक्टर के 3.5 होगा एफएआर आपको बता दें कि इस पर्चेबल वाले एफएआर के लिए आवंटियों को तय फीस देनी होगी. फिलहाल प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक संपत्ति के लिए पुराने सेक्टरों में एफएआर 1.1 से दो तक है. वहीं एक्सप्रसे वे से सटे सेक्टर में 2.5 है. अब इसको बढ़ाकर पुराने सेक्टरों में 2.5 और नए सेक्टरों में 3.5 तक करने की प्राधिकरण प्लान तैयार कर रहा है. वहीं आईटी-आईटीईएस भूखंड के लिए एफएआर को 3.5 तक बढ़ाने का प्लान है. जिसपर विचार-विमर्श कर अथॉरिटी कर रहा है. अप्रूवल मिलने के बाद होगा लागू प्राधिकरण के अधिकारियों की माने तो नियोजन विभाग की तरफ से इस प्रस्ताव को प्राधिकरण की बोर्ड मीटिंग में रखा जाएगा. सबकुछ सही रहा तो इसका अप्रूवल मिलने के बाद इसको लागू कर दिया जाएगा. ये एफएआर पर्चेबल होने की वजह से प्राधिकरण को इसका अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होगा और उसका कारण है यह है कि नोएडा में जमीन कम है, प्राधिकरण की माने तो कम जमीन के कारण एफएआर बढ़ाकर और बेचकर अच्छा राजस्व कमाया जा सकता है. नोएडा में सेक्टर-160, 161, 162, 163, 164, 165 के अलावा और भी नए सेक्टर हैं. इस संबंध में लोग 15 दिन के अंदर सुझाव और आपत्ति ईमेल आईडी captnoida@ gmail.com दर्ज करने के साथ सुझाव दे सकते हैं. Tags: Local18, MSME Sector, Noida Authority, Noida newsFIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 20:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed