बलिया: छोटे बड़े आलू से बने तमाम समोसे के स्वाद का आनंद तो आपने जरूर लिया होगा. लेकिन आज हम उस समोसे की बात करेंगे जो ग्राहकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है. दरअसल ये समोसा बिना आलू के तैयार होता है. आप सोच रहे होंगे की समोसा और वो भी बिना आलू के.. ये भला कैसे हो सकता है. लेकिन इस समोसे ने धूम मचा रखी है. इसके शानदार स्वाद का हर कोई दीवाना है. शुगर के मरीज भी इस जायके का आनंद लेते हैं साहब! आइए जानते हैं आखिर क्या है इसकी खासियत …
दुकानदार नन्द लाल गुप्ता ने बताया कि वो बलिया के खोरीपाकड़ गांव का रहने वाले हैं. अनेक जायके बनाकर बेचने का काम उनके पूर्वजों से होता रहा है, खास तौर से बिना आलू का समोसा वो पिछले 4 साल से बना रहे हैं. अधिक मांग के साथ बहुत दूर-दूर से लोग इसके स्वाद का आनंद लेने आते हैं.
ऐसे घर पर भी बनाए बिना आलू के शानदार समोसा…
दुकानदार ने आगे कहा, ‘इसका मसाला घर से तैयार करके लाता हूं. इसमें बहुत ज्यादा मसाला नहीं पड़ता है जीरा, हल्दी, धनिया पाउडर, हरा मिर्च जैसे कम मसाले को पत्ता गोभी, प्याज (छोटे छोटे टुकड़े में कटा हुआ) और पनीर में मिलाया जाता है जो समोसे के अंदर भरने के लिए सामग्री तैयार हो जाती है. अब इसको मैदे से तैयार समोसे में भरकर तेल में तला जाता है. इसमें कहीं भी आलू का नामोनिशान नहीं होता है. यह ₹10 पर पीस के हिसाब से ग्राहकों को दिया जाता है.
आलू से बेहतर है ये समोसा…
दुकान पर खासतौर से वगैर आलू के समोसे के स्वाद का आनंद लेने आए ग्राहक सुनील कुमार सिंह ने कहा, ‘मैं जिले में कुछ व्यक्तिगत काम से आया था. भूख लगी था तब तक अचानक नजर पड़ी बिना आलू का समोसा. कहीं न कहीं आलू के समोसे से यह बेहद शानदार है. इसके स्वाद का तो वर्णन नहीं किया जा सकता है. एक बार खाने के बाद हर रोज याद आएगी.
ये है लोकेशन…
बलिया रेलवे स्टेशन से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर मशहूर टीडी कॉलेज चौराहे से ठीक डीएम आवास जाने वाले रास्ते में केवल 10 कदम पर ही समोसे की दुकान लगती है, जहां आप भी आकर इसके स्वाद का आनंद ले सकते हैं.
Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 10:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed