रजनीश यादव/प्रयागराज: 2 मिनट में तैयार हो जाने वाली मैगी की बात बहुत अलग है. इसी खाते ही लोगों का दिल खुश हो जाता है. लेकिन कुछ दुकानों पर मिलने वाली मैगी का जायका थोड़ा ज्यादा खास होता है. प्रयागराज में मिलने वाली मैगी की भी खूब वाहवाही होती है. जिस भी मैगी लवर को इस दुकान के बारे में पता चलता है, वो यहां खाने के लिए पहुंच जाता है. आइए जानते हैं इसकी खासियत.
अरैल घाट को मैगी ने कर दिया फेमस
प्रयागराज शहर से मात्र 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यमुना पार इलाके में नैनी के तटीय क्षेत्र में अरल घाट पर मैगी की लगभग 50 से अधिक दुकानें लगती हैं. जहां दिन भर मैगी के स्वाद के शौकीन का मेला लगा रहता है. आज से 10 साल पहले यहां पर कोई दुकान नजर नहीं आती थी, वहीं, धीरे-धीरे मैगी की दुकानों ने यहां की रौनक बढ़ा दी. आज अरल घाट को मैगी की वजह से दूर-दूर तक लोग जानते हैं.
मैगी को बनाने का तरीका है अलग
अरल घाट पर मैगी की दुकान लगाने वाले लवकुश यादव बताते हैं कि वह पिछले 5 साल से यहां पर मैगी की दुकान लगा रहे हैं लोकेलिटी से बात करती उन्होंने बताया कि यहां पर बनने वाली मैगी बिना मसाले वाली होती है जो बिना तेल के तैयार की जाती है.इसको बनाने के लिए सबसे पहले पानी को गर्म किया जाता है उसमें थोड़ा सा प्याज एवं टमाटर डालने के बाद मैगी को उसने तोड़ दिया जाता है जैसे ही मैगी पकाने लगती है ऊपर से मैगी मसाले को डालकर 5 मिनट धीमी आंच पर रख दिया जाता है. इस प्रकार यह मैगी बनाकर तैयार होती है.
मैगी के शौकीनों का यह बन गया है अड्डा
अरल घाट पर दिनभर मैगी के शौकीनों का मेला लगा रहता है कोई ऐसी दुकान नहीं होती जहां मैग्गी पाक ना रही हो और खाने वाली लोग ना हो यह सिलसिला रात में 9:00 बजे तक चलता है लव कुश बताते हैं कि संगम पर स्नान करने वाली श्रद्धालु जो मध्य प्रदेश से आते हैं वह भी अरेल घाट पर मैगी खाने आते हैं. यहां प्लेन मैगी ₹30 की वेज मैगी ₹50 की मिलती है अधिकतर लोग प्लान मैगी और साथ में चाय पीना पसंद करते हैं.
Tags: Food 18, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 12:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed