बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच शहर के मशहूर शायर “असर बहराइची” का नाम शायद ही कोई शायरी प्रेमी न जानता हो. अपनी अनोखी शायरी और अद्वितीय लेखन शैली से असर बहराइची ने न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी अपनी धाक जमाई. उनकी शायरी ने न केवल साहित्य जगत को समृद्ध किया, बल्कि भारत का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया. अमेरिका और नेपाल जैसे देशों में भी उन्होंने अपनी शायरी से श्रोताओं का दिल जीता और कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजे गए.
असर बहराइची की हालिया प्रकाशित किताब “सरताज ख़ूबा” ने साहित्यिक जगत में खासी पहचान बनाई है. इसका विमोचन प्रसिद्ध शायर वासिफ़ फ़ारूकी की अध्यक्षता में हुआ था. इस काव्य संग्रह में उनकी उत्कृष्ट रचनाओं का संग्रह है, जो उनकी गहरी समझ और अभिव्यक्ति के अनमोल उदाहरण हैं. उनके लेखन को ‘रेख़्ता’ वेबसाइट पर भी पढ़ा जा सकता है. रेख़्ता, उर्दू साहित्य को संरक्षित करने वाली एक प्रमुख वेबसाइट है, जो उर्दू शायरी और साहित्य को डिजिटल रूप में प्रस्तुत करती है. यह मंच उर्दू के पारंपरिक साहित्य के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी में भी साहित्यिक रचनाओं का संग्रह करता है.
दूसरी चर्चित किताब “हर्फ़-हर्फ़ खुशबू”
असर बहराइची की एक और प्रसिद्ध किताब “हर्फ़-हर्फ़ खुशबू” 2010 में प्रकाशित हुई थी. इस किताब में 113 पृष्ठ हैं, और इसका शीर्षक ही इसकी गहराई को दर्शाता है. ‘हर्फ़’ का अर्थ होता है वो ध्वनियां, जिनसे शब्द बनते हैं. इस किताब की हर पंक्ति असर साहब की दिल की गहराइयों से लिखी गई है, जो पाठक को गहराई से सोचने पर मजबूर कर देती है.
कमरे में संजोई गई कामयाबी की कहानियां
बहराइच शहर के निवासी असर बहराइची के घर का कमरा उनकी कामयाबी की गवाही देता है. उनके द्वारा जीते गए कई ट्रॉफी, सर्टिफिकेट, सम्मान पत्र और फोटोज आज भी उनके कमरे की शोभा बढ़ा रहे हैं. ये उपलब्धियां उनकी मेहनत, लगन और शायरी के प्रति उनके प्रेम का प्रतीक हैं. उनके लेखन ने न केवल उन्हें पहचान दिलाई, बल्कि उर्दू साहित्य को एक नया आयाम दिया.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 14:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed