OPINION: योग के जरिए PM मोदी ने चीन की पांडा कूटनीति को किया बेदम
OPINION: योग के जरिए PM मोदी ने चीन की पांडा कूटनीति को किया बेदम
International Yoga Day: 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि योग ने लोगों को यह महसूस कराने में मदद की है कि उनका कल्याण उनके आसपास की दुनिया के कल्याण से जुड़ा हुआ है.
आज 21 जून है, आज दुनिया भर में 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे तो योग भारत की सांस्कृतिक पहचान का केंद्र बिंदु रही है, लेकिन पीएम मोदी ने दुनिया में योग को एक नई पहचान दिलाई है. पीएम मोदी के विशेष प्रयासों का असर रहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी. पीएम मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 2014 के संयुक्त राष्ट्र संबोधन में योग के लिए ‘योग दिवस’ की पहल की थी. इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को वैश्विक समर्थन मिला और 177 देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसका समर्थन किया. इस तरह योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ था. इसके बाद पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को न्यूयॉर्क में मनाया गया.
पीएम मोदी की सफल योगा डिप्लोमेसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता आने के बाद 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को दुनिया में मान्यता देने के लिए संयुक्त राष्ट्र से पैरवी की और वह सफल भी हुए. उस दौरान योग दिवस का समर्थन करने वाले देशों में चीन भी था. चीन ने न सिर्फ संयुक्त राष्ट्र में इस प्रस्ताव पर सहमति जताई, बल्कि वह सबसे पहले इस प्रस्ताव का समर्थन करने वाले देशों में शामिल था. पीएम मोदी ने शुरुआत से ही यह सुनिश्चित किया है कि हर साल बड़े उत्साह से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाए.
कूटनीति से योग का कनेक्शन
सितंबर 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र में अपना संबोधन दे रहे थे, तब उन्होंने योग के महत्व से दुनिया को रूबरू कराया. साथ ही योग को दुनिया की तमाम चुनौतियों के लिए संभावित समाधान के तौर पर पेश किया था. पीएम के इस पहल का असर ये हुआ कि दुनिया भर में जिन भी देशों में भारत के मिशन हैं, वहां जोर-शोर से योग दिवस मनाया जाता है. इसके पीछे की वजह योग के सॉफ्ट पावर को भुनाना है.
चीन की पांडा कूटनीति पर भारी पड़ रहा योग
चीन अपनी पांडा कूटनीति से दुनिया के देशों को अपना मुरीद बनाता है. चीन ने सद्भावना दिखाने के लिए कई देशों को उनके चिड़ियाघरों के लिए पांडा दिया है, लेकिन आज तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. आज चीन की पांडा कूटनीति पर भारत की योग कूटनीति भारी पड़ रही है. हजारों साल पहले हिंदू संतों की ओर से अभ्यास किया जाने वाला एक प्राचीन अनुशासन आज भारत की सबसे बड़ी सांस्कृतिक पहचान बन गया है. दुनिया के तमाम देशों का योग के प्रति झुकाव देखने को मिल रहा है.
मुस्लिम देशों में भी योग का क्रेज
पीएम मोदी ने इस तरह से योग को दुनिया के सामने प्रोजेक्ट किया है कि मुस्लिम देश भी योग से खुद को दूर नहीं कर पाए. आपको बता दें कि मार्च 2022 में संयुक्त अरब अमीरात में दुबई के ज़बील पार्क में हजारों लोग एक अंतरराष्ट्रीय योग कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठा हुए. इस कार्यक्रम का आयोजन दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के लाभों को बढ़ावा देने के लिए किया था. इस कार्यक्रम में 2000 से अधिक लोग इकट्ठा हुए थे, जिनमें 3 साल से कम उम्र के बच्चे भी शामिल थे. योग कोच नजमाह देलजेन्देहरॉय ने कहा कि यह एक जैसी विचारधारा वाले लोगों के साथ घुलने-मिलने के लिए एक शानदार आयोजन था.
Tags: China, International Yoga Day, Narendra modiFIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 16:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed