वोट जिहाद के आरोप में कितनी सच्चाई मुस्लिम आबादी वाली सीटों पर मजबूत हुई BJP!
वोट जिहाद के आरोप में कितनी सच्चाई मुस्लिम आबादी वाली सीटों पर मजबूत हुई BJP!
Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र में मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ वोट जिहाद का मुद्दा चर्चा में है. राज्य में 38 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 20 फीसदी से अधिक है. ऐसे में देखते हैं कि इन 38 सीटों पर बीते चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहा.
Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘बंटोगे तो कटोगे’, मुस्लिम आरक्षण, वोट जिहाद जैसे शब्द खूब सुने जा रहे हैं. इस महीने की 20 तारीख को राज्य में वोट डाले जाएंगे. मतदान में अब 10 दिन से भी कम समय बचा हुआ है. ऐसे में सवाल यह है भाजपा जो वोट जिहाद का आरोप लगा रही है वह वाकई सही है? दरअसल, वोट जिहाद कोई आधिकारिक शब्दावली नहीं है. उसका स्पष्ट आशय है कि जिन सीटों पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या ठीकठाक होती है वो वहां वे एकतरफा भाजपा के खिलाफ वोट कर उसके उम्मीदवार को हरा देते हैं.
इसको लेकर पिछले दिनों राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा में पार्टी का चेहरा देवेंद्र फडणवीस ने धुले लोकसभा सीट के रिजल्ट का हवाला दिया था. उन्होंने कहा कि धुले लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाली विधानसभा क्षेत्रों में से एक को छोड़कर सभी में भाजपा के उम्मीदवार आगे थे, लेकिन मालेगांव विधानसभा सीट पर भाजपा के विरोधी उम्मीदवार को 1.94 लाख वोट मिले. यहां पूरी तरह एकतरफा वोटिंग हुई और हम मात्र चार हजार वोटों से चुनाव हार गए. उन्होंने यह भी कहा था कि इस वोट जिहाद के कारण बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा कम से कम 10 सीटों पर हार गई.
38 सीटों पर मुस्लिम आबादी 20 फीसदी से अधिक
खैर, हम बयानबाजी में नहीं उलझते हैं. वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक महाराष्ट्र की कुल आबादी करीब 11.24 करोड़ है. इसमें करीब 11.56 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं. राज्य में 38 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जिनमें मुस्लिम वोटर्स की आबादी 20 फीसदी है. इसमें से नौ सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 40 फीसदी से अधिक है. राज्य में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला विधानसभा क्षेत्र मालेगांव हैं. यहां की 78.4 फीसदी आबादी मुस्लिम है. इसके बाद दूसरे नंबर मुंबादेवी (50.9 फीसदी), भिवंडी वेस्ट (49.5 फीसदी), अमरावती (46.5 फीसदी) और कोला वेस्ट (41.6 फीसदी) वोटर्स हैं.
वर्ष 2019 में इन मुस्लिम बहुल 38 सीटों में से 11-11 पर भाजपा और कांग्रेस को जीत मिली थी. नौ सीटों पर एकीकृत शिवसेना को जीत मिली थी. एकीकृत एनसीपी को तीन, सपा और एआईएमआईएम को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी.
केवल 8 मुस्लिम विधायक
इन 38 सीटों पर मुस्लिम आबादी ठीकठाक रहने के बावजूद केवल यहां केवल आठ मुस्लिम विधायक चुने गए. सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाली 10 सीटों में से कांग्रेस, शिवसेना, एसपी को दो-दो सीटें मिली थीं.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते लोकसभा चुनाव के दौरान इन 38 में से 20 पर भाजपा के वोट शेयर बढ़ गए. 2019 में रेवर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी लेकिन बीते लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के वोट शेयर में 20 परसेंट अंकों की वृद्धि हुई. इस रिपोर्ट के मुताबिक मनखुर्द, भिवंडी वेस्ट, बाइकुल्ला, औरंगाबाद सेंट्रल, अकोला, परभणी और बीड़ विधानसभा क्षेत्रों में महायुती के वोट शेयर में 10 फीसदी अंकों की गिरावट आई.
वर्ष 2014 में भाजपा ने अपने दम पर राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ा था. ऐसे में उसने उस वक्त 38 मुस्लिम बहुल सीटों पर ज्यादा जोर नहीं दिया. 2019 में वह शिवसेना के साथ गठबंधन में थी. उस वक्त उसने 18 सीटों पर ही चुनाव लड़ा. बाकी की सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ दी.
Tags: Devendra Fadnavis, Maharashtra election 2024, Maharashtra Elections, Muslim VotersFIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 07:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed