गमछा-टोपी अउर बैच में का रखल बा जब लालू सरकार रहे त हमनी ला कुछू कइलें बा!
गमछा-टोपी अउर बैच में का रखल बा जब लालू सरकार रहे त हमनी ला कुछू कइलें बा!
Tejaswi Yadav News: लालू यादव और राबड़ी देवी के शासन काल के समय और उसके बाद अब तक बिहार में हरा गमछा और मुरेठा (पगड़ी) दबंगई का प्रतीक माना जाता रहा है. लेकिन, अब आरजेडी में नई गाइडलाइन जारी हुई है और कार्यकर्ताओं को हरा गमछा पहनने पर रोक लगा दी गई है. राजद के सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाकर यह अहम फैसला लिया गया है. लेकिन इसको लेकर आम लोग क्या सोचते हैं.
हाइलाइट्स 'लफुआ कल्चर' से निकलने की चाहत में तेजस्वी यादव व लालू यादव और उनकी पार्टी आरजेडी. आरजेडी कार्यकर्ताओं के गमछा छोड़ने के फैसले पर गोपालगंज के लोगों ने अजग-गजब दिये तर्क.
गोपालगंज. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आभार यात्रा पर निकलने वाले हैं. इस यात्रा का पहला चरण आगामी 10 सितंबर से 17 सितंबर तक होगा. इसके पहले राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने गाइडलाइन जारी करते हुए राजद कार्यकर्ताओं को हरे रंग के गमछे की जगह हरी टोपी और बैच लगाने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही कई निर्देश दिये गए हैं, लेकिन गांव गलियों और चौक चौराहों पर जगदानंद सिंह ने इसको लेकर 9 सूत्रीय निर्देश को लेकर खूब चर्चा हो रही है जो तेजस्वी यादव की आभार यात्रा के दौरान लागू होंगे. हरा गमछा की जगह हरे रंग की टोपी के साथ बैच लगाने को लेकर लोग अलग-अलग तर्क दे रहे हैं.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पैतृक जिला गोपालगंज के हजियापुर मुसहर टोली के रहनेवाले दूधनाथ मुसहर कहते हैं कि ‘गमछा-टोपी आ बैच में का रखल बा, जब सरकार बनल त हमनी के कुछू करबे ना कइनी’. दूधनाथ पार्टी के सक्रिय सदस्य रहे हैं, लेकिन पार्टी से नाराज चल रहे हैं. उनका मानना है कि गमछा की कलर, टोपी और बैच में कुछ नहीं रखा है. सिर्फ अल्पसंख्यक और यदुवंशी की राजनीति से सत्ता नहीं पाया जा सकता है. मुसहर जाति व महादलित समुदाय के लिए भी पार्टी को राजनीति की विचारधारा बदलनी होगी. गोपालगंज में हजियापुर मुसहर टोली के लोगों ने हरे गमछे पर राजद की गाइडलाइन पर अपनी राय न्यूज 18 से साझा की.
वहीं, कैथवलिया के जगदीश राम कहते हैं कि पार्टी की कमान जब तब लालू प्रसाद के हाथ में थी, तब तक गमछा, टोपी और बैच को लेकर कोई गाइडलाइन या बाध्यता नहीं आयी. बिहार में तेजस्वी के हाथों में जब से पार्टी संचालन की कमान आई है, तब से उन्होंने एमवाइ समीकरण से बाहर निकलकर हमेशा ए टू जेड की बात की है. वह सर्व समाज की राजनीति करना चाहते हैं. इसके साथ ही तेजस्वी युवाओं की टीम बनाने की बात करते हैं, अब गमछा-टोपी और बैच की राजनीति से कितना असर पड़ेगा, ये तो आनेवाले चुनाव में ही तय हो पाएगा. गोपालगंज के कैथवलिया के लोगों ने हरे गमछे पर बैन मामले को लेकर अपनी राय न्यूज 18 से बताई.
हजियापुर के बिगु कहते हैं कि जबतक लालू प्रसाद गमछा से मुरेठा बांधते थे या लेकर चलते थे तबतक गमछा का क्रेज था. अब तेजस्वी युवाओं को लीड कर रहे हैं, इसलिए गमछा के बदले टोपी और बैच लगाने की गाइडलाइन को जारी किया गया है. उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के राजनीति के रास्ते पर चल रहे हैं, इस वजह से भी गमछा को हटाकर टोपी और बैच को अपनाया जा रहा है. इस तरह से अलग-अलग गांव में लोगों ने अजग-गजब तर्क बताये. हालांकि पार्टी के कार्यकर्ता गाइडलाइन का फॉलो करने की बात कर रहे हैं.
Tags: Bihar News, Bihar politics, Bihar rjd, Gopalganj news, Lalu Prasad Yadav, RJD leader Tejaswi YadavFIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 17:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed