दो भाइयों ने योग में बनाया विश्व रिकॉर्ड इनके योग की कला से हर कोई हैरान
दो भाइयों ने योग में बनाया विश्व रिकॉर्ड इनके योग की कला से हर कोई हैरान
World Record in Yoga: नोएडा के दो सगे भाइयों ने योगा में विश्व योग रिकॉर्ड बनाया है. जहां छोटे भाई ने पहले विश्व रिकॉर्ड बनाया फिर अपना ही रिकॉर्ड तोड दिया. दोनों तब से योग कर रहे हैं, जब इन्हें योग के मायने भी नहीं मालूम थे.
सुमित राजपूत/नोएडा: यूपी के नोएडा जिले के नवादा गांव के रहने वाले 2 सगे भाइयों अंकित शर्मा और वरुण शर्मा ने योगा में विश्व योग रिकॉर्ड बनाया है. वहीं, छोटे भाई वरुण शर्मा ने पहले विश्व रिकॉर्ड बनाया फिर अपना ही रिकॉर्ड तोड दिया. ये दोनो तब से योग कर रहे हैं, जब इन्हें योग के मायने भी नहीं पता थे.
वरुण पश्चमोत्सासन वाला योग करता है. वरुण ने पश्चमोत्सासन योग के अपना ही तीन बार रिकॉर्ड तोड़कर योगा में चैंपियन बना है. बीते 2019 में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, योगा वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड के साथ गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है.
पहले रिकॉर्ड बनाए फिर अपने ही रिकॉर्ड तोड़े
वरुण शर्मा एक विश्व योग रिकॉर्ड धारक हैं. उन्होंने अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया है. वरुण ने 7 जुलाई 2019 को पश्चिमोत्तानासन सबसे लंबे समय 1 घंटा 39 मिनट करके विश्व रिकॉर्ड हासिल किया था. 2 अगस्त 2019 को बैठने लिए आगे की ओर 1 घंटा 27 मिनट झुककर रहने का रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया था.
हनुमान पुश अप में बनाया रिकार्ड
इसके बाद वरुण शर्मा ने 11 अगस्त 2019 को अपने ही दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए. अब वरुण ने 2 घंटे 5 मिनट तक पश्चिमोत्तानासन किया. वहीं, वरुण के बड़े भाई अंकित शर्मा ने 30 सेकेंड में 40 हनुमान पुश अप करके वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है. वह भी एक अंतरराष्ट्रीय योग एथलीट हैं. उन्होंने दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय योग चैंपियनशिप खेली, पतंजलि योग शिक्षक द्वारा योग का कोर्स किया है. कराटे में राष्ट्रीय स्तर पर 2 स्वर्ण और कांस्य पदक हासिल किया है. कराटे में ब्लैक बेल्ट के साथ दर्जनों अवार्ड और मेडल उन्होंने हासिल किए हैं.
कहीं से नहीं मिली कोई मदद
विश्व चैंपियंस के पिता राधेश्याम शर्मा का कहना है कि “वह नोएडा के सेक्टर-62 नवादा गांव में अपने परिवार के साथ रहते हैं. हम एक सामान्य परिवार की तरह जीवन यापन करते हैं. हमारे बच्चों की इस यात्रा का श्रेय हम लें तो ठीक नहीं होगा. जब तक बच्चे न चाहें तो कुछ भी नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि उनके घर में बाहर की खाने-पीने की चीजें कब से नहीं आई हैं, उन्हें खुद याद नहीं है. जंक फूड से बच्चे बहुत दूर हैं. घर का बना ताजा भोजन करते हैं. कई बार कई मंत्रियों से हम अपने बच्चों के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिलता है.
Tags: Local18, Noida newsFIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 10:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed