2 पत्थर न होते तो किश्तवाड़ में बिछ जाती लाशें बादल फटने के बाद कैस बने तारनहार
2 पत्थर न होते तो किश्तवाड़ में बिछ जाती लाशें बादल फटने के बाद कैस बने तारनहार
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोटी गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई. इस भीषण आपदा में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. कई लोग अब भी लापता हैं जिनकी तलाश जारी है. हादसे के दौरान तेज बहाव में कई मकान, अस्थायी ढांचे और वाहन बह गए. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में साफ दिख रहा है कि किस तरह अचानक आए सैलाब ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया. बताया जा रहा है कि दो बड़े पत्थरों ने पानी का रुख मोड़ दिया. अगर ये पत्थर नहीं होते तो मौत का आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता था.