मानसून आ गया या रास्ते में दिल्लीवालों हो जाओ तैयार IMD ने बता दी तारीख
मानसून आ गया या रास्ते में दिल्लीवालों हो जाओ तैयार IMD ने बता दी तारीख
दिल्ली में मौसम का मिजाज बदला हुआ है, तो क्या मानसून ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दस्तक दे दी है. आईएमडी ने शनिवार को बता दिया है कि मानसून उत्तरी भारत में कब तक पहुंचेगा.
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर की मौसम झुलसाने वाली गर्मी से करवट बदलते हुए सुहावना हो रहा है. लोगों पिछले दो महीनों से पड़ रही गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. भारत मौसम विज्ञान संस्थान (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि सुबह में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और लोअर टेंपरेचर 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से काफी राहत मिली. अब सवाल उठता है कि क्या ये बादल क्षणिक खुशी देने वाले हैं या मानसून राष्ट्रीय राजधानी में दस्तक दे चुका है? चलिए आपको बताते हैं.
आईएमडी के अनुसार, मानसून 27 जून से 3 जुलाई के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में पहुंच सकता है. अगले 3-4 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तरी अरब सागर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में पहुंचने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं.
आईएमडी ने बताया, ‘अनुकूल मानसून परिस्थितियों में, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधि सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. इसी सप्ताह में दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में पहुंच सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में अल नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) सामान्य बनी हुई है. गर्म अल नीनो और ठंडे ला नीना के बीच संक्रमण काफी मजबूत हुई है, जिससे मानसून की संभावना भी काफी मजबूत हुई है. आईएमडी ने बताया कि अगस्त के आसपास ला नीना की स्थितियां विकसित होने की उम्मीद है.
आईएमडी ने बताया, ‘वर्तमान में अल नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) काफी शांत चल रही हैं. भूमध्यरेखीय पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर में समुद्री सतह का तापमान (Sea Surface Temperature) औसत से ज्यादा है और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर का टेंपरेचर औसत से नीचे है. नए मानसून ट्रैकर ने बताया कि ENSO-शांत परिस्थितियां अगस्त-अक्टूबर 2024 के आसपास ला नीना के स्थितियों में संक्रमण की प्रबल संभावना के साथ जारी रहने की संभावना है.’
अब आपको बता दें कि ला नीना के मजबूत होने से मानसून का क्या लेना देना होगा. दरअसल, ला नीना अल नीनो की प्रभाव को कम करती है, जिससे मानसून के सीजन में बारिश ज्यादा होती है. मालूम हो कि गुरुवार को मानसून ने विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है. 3 जुलाई तक दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में दस्तक दे सकता है.
Tags: Delhi weather, Monsoon newsFIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 21:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed