रावण जैसा ज्ञानी पति पाने के लिए मंदोदरी ने यहां की थी भोलेबाबा की पूजा

BilleshwarNath Mandir Meerut: बिलेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित हरिश्चंद्र जोशी बताते हैं कि इसका सीधा उल्लेख रामायण कालीन युग से माना जाता है. क्योंकि, यहां पर रावण की पत्नी मंदोदरी प्रतिदिन पूजा अर्चना करने के लिए आती थीं. वह कहते हैं कि भोले बाबा के आशीर्वाद से ही मंदोदरी को रावण जैसा विद्वान पति मिला था. तब से लेकर अब तक भक्तों में मंदिर के प्रति विशेष आस्था देखने को मिलती है.

रावण जैसा ज्ञानी पति पाने के लिए मंदोदरी ने यहां की थी भोलेबाबा की पूजा
विशाल भटनागर, मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मेरठ क्रांति धरा के साथ-साथ महाभारत कालीन धरती के नाम से भी जाना जाता है. यहां आपको विभिन्न ऐसे ऐतिहासिक मंदिर देखने को मिलेंगे, जिनका हजारों वर्ष पुराना इतिहास है. कुछ इसी तरह का उल्लेख आपको मेरठ सदर स्थित बिलेश्वर नाथ मंदिर का भी देखने को मिलेगा. इसका इतिहास रामायण काल से माना जाता है. लेकिन, इस मंदिर की बनावट मराठा शैली की भव्यता को दिखाएंगी. बिलेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित हरिश्चंद्र जोशी बताते हैं कि बिलेश्वर नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार मराठा शासको द्वारा कराया गया था. मंदिर के इतिहास पर उल्लेख करते हुए वह कहते हैं कि इसका सीधा उल्लेख रामायण कालीन युग से माना जाता है. क्योंकि, यहां पर रावण की पत्नी मंदोदरी प्रतिदिन पूजा अर्चना करने के लिए आती थीं. वह कहते हैं कि भोले बाबा के आशीर्वाद से ही मंदोदरी को रावण जैसा विद्वान पति मिला था. तब से लेकर अब तक भक्तों में मंदिर के प्रति विशेष आस्था देखने को मिलती है. मेरठ ही नहीं, बल्कि देश भर के लोग यहां पर बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. सिर झुका कर ही होगा मंदिर में प्रवेश भले ही अब बदलते दौर में आपको मंदिरों के गेट की ऊंचाई ऊपर देखने को मिले. लेकिन, अगर आप बिलेश्वरनाथ मंदिर में भोले बाबा के दर्शन करने के लिए जाएंगे. तो आज भी आपको मंदिर में प्रवेश करते समय गर्भ गुफा के माध्यम से शीश झुकाते हुए ही अंदर जाना होगा. क्योंकि, मराठा शासको द्वारा जो इसकी आकृति को बनाया गया है. वह अपने आप में काफी खूबसूरत है. ऐसे में आप जब गर्भगृह में प्रवेश करेंगे, तो आप वहां तक शीश झुकाते हुए ही पहुंचेंगे. मंदिर के प्रति भक्तों की काफी आस्था देखने को मिलती है. सावन माह में यहां पर दूर दराज से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे हैं. Tags: Local18, Meerut news, Sawan Month, Sawan somvarFIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 16:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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