7 लाख का शीशमहलवेतन के पैसे से तैयार कर दिया डॉग के लिए अनोखा घर
7 लाख का शीशमहलवेतन के पैसे से तैयार कर दिया डॉग के लिए अनोखा घर
मेरठ के शिक्षक डॉ शमीम अहमद ने अपने डॉग के लिए एलेक्स रिजॉर्ट नाम का ग्लास हाउस बनवाया है, जहां स्विमिंग पूल, झूला, फव्वारा आदि जैसी तमाम सुविधाएं हैं. इसमें एलेक्स डॉग की फैमिली रहती है, जिसमें आपको बिल्ली, बत्तख समेत कई परिंदे दिख जाएंगे.
विशाल भटनागर/मेरठ. अभी तक अपने एनिमल लवर की कहानियां सुनी होंगी, जो एनिमल्स के जन्मदिन पर विभिन्न प्रकार के आयोजन करते हैं. उनके लिए घर में व्यवस्थाएं करते हैं. लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात करें, तो यहां आपकी मुलाकात अनूठे एनिमल लवर से होगी. इस शख्स का नाम है डॉ. शमीम अहमद. डॉ. शमीम शिक्षक हैं. उन्होंने अपने डॉग एलेक्स के लिए आधुनिक सुविधाओं वाला रिजॉर्ट बनवाया है. आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन ये सच है. मेरठ के ट्रांसलेम कॉलेज ऑफ फार्मेसी में आपको यह डॉग रिजॉर्ट दिखेगा. यहां डॉ.शमीम ने अपने प्रिय डॉग एलेक्स सहित अन्य एनिमल्स के लिए तमाम व्यवस्थाएं की हैं.
डॉग के प्रति प्रेम के बारे में लोकल18 से बातचीत के दौरान डॉ. शमीम अहमद कहते हैं कि वे कुछ साल पहले एलेक्स को रेस्क्यू कर लाए थे, तब उसके लिए झोपड़ी बनवाई थी. इसमें डॉग के लिए तमाम सुविधाएं हैं. लेकिन बढ़ती गर्मी को देख डॉक्टर शमीम अहमद ने अब एलेक्स के लिए कांच का महल बनवाया है. इसे एलेक्स रिजॉर्ट का नाम दिया है. इस घर को तैयार करने में सात लाख रुपए से अधिक का खर्चा आया है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है एलेक्स रिजॉर्ट
अलेक्स रिजॉर्ट की सुविधाओं की बात करें यह पूरा घर कांच का बना हुआ है. इसके अंदर एसी, पंखे, डबल बेड, सॉफ्ट गद्दे सहित तमाम आधुनिक सुविधाएं हैं. रिजॉर्ट में एलेक्स के लिए स्विमिंग पूल, झूला, सिंगिंग के लिए होम थिएटर, फव्वारा और जगह-जगह बैठने के लिए चेयर रखे गए हैं.
सैलरी का बड़ा हिस्सा डॉग पर खर्च
डॉ. शमीम अहमद कहते हैं कि दुनिया में सबसे बड़ा धर्म है मानवता. इसीलिए वह एनिमल्स की देख-देख के लिए हर माह 100000 से अधिक की अपनी सैलरी में से डॉगी पर खर्च करते हैं. वह कहते हैं कि एलेक्स की फैमिली में बिल्ली, खरगोश, मछली, बत्तख, चिड़िया आदि भी इसी घर में रहते हैं. वे स्ट्रीट डॉग और गायों के लिए रोटी की व्यवस्था भी करते हैं. एलेक्स के लिए बने शीशमहल में आपको सर्वधर्म सद्भाव की झलक दिखेगी, एक तरफ ओम तो दूसरी ओर 786 दिखाई देगा.
एनिमल्स की देखभाल के लिए नहीं की शादी
लोकल18 से बातचीत के दौरान डॉ. शमीम अहमद बताते हैं कि वे 11 भाई-बहन हैं. इनमें से चार इसी तरीके से एनिमल्स की देखरेख में लगे हैं. डॉ. शमीम ने शादी नहीं की है. उन्होंने बताया कि उनकी बहन डॉक्टर शबाना कनाडा में रहती हैं. उन्होंने बताया कि उनके लिए एनिमल्स बच्चे की तरह हैं. वह एलेक्स को अपना बेटा मानते हैं.
Tags: Dog Lover, Local18, Meerut city newsFIRST PUBLISHED : June 10, 2024, 19:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed